×

मेटा के अलर्ट से खुली युवक की सनसनीखेज करतूत, पुलिस ने किया गिरफ्तार

 

बरेली के बारादरी थाना क्षेत्र अंतर्गत कालीबाड़ी फाल्तूनगंज से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक की ऐसी हरकत ने उसके परिवार से लेकर पुलिस तक को हैरान कर दिया। यह मामला तब सामने आया जब सोशल मीडिया कंपनी मेटा (Meta) ने एक संदिग्ध गतिविधि को लेकर पुलिस को अलर्ट भेजा। मेटा के इस अलर्ट के बाद पुलिस तुरंत सक्रिय हुई और युवक को हिरासत में ले लिया गया। फिलहाल युवक से थाने में पूछताछ की जा रही है।

मेटा का अलर्ट बना सुराग

इस पूरे मामले की सबसे बड़ी कड़ी मेटा का वह अलर्ट रहा, जिसने पुलिस को इस युवक की तरफ ध्यान देने पर मजबूर किया। मेटा ने यह अलर्ट तब भेजा जब युवक ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कुछ आपत्तिजनक और संभावित आत्मघाती या हिंसात्मक पोस्ट किए। कंपनी की तकनीकी टीम ने इसे गंभीरता से लेते हुए संबंधित स्थानीय पुलिस प्रशासन को सूचित किया।

जैसे ही अलर्ट बरेली पुलिस के पास पहुंचा, थाना बारादरी के अधिकारी हरकत में आ गए। एक विशेष टीम बनाकर कालीबाड़ी फाल्तूनगंज क्षेत्र में युवक की पहचान और उसकी तलाश शुरू की गई।

युवक को हिरासत में लिया गया

पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए युवक को उसके घर से हिरासत में लिया। प्रारंभिक पूछताछ में युवक का मानसिक तनाव में होना बताया जा रहा है, हालांकि अभी तक युवक की ओर से किए गए कृत्य की वास्तविक मंशा स्पष्ट नहीं हो सकी है। पुलिस अधिकारी यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या युवक के सोशल मीडिया पर की गई गतिविधियां केवल भावनात्मक थीं या इसके पीछे कोई बड़ी योजना या मानसिक स्थिति छिपी हुई है।

परिवार भी हैरान, पुलिस जांच जारी

इस घटना से युवक का परिवार भी स्तब्ध है। उनके अनुसार, युवक पहले इस तरह की कोई हरकत नहीं करता था और न ही किसी तरह के तनाव की जानकारी परिवार को थी। परिवार का कहना है कि उन्हें खुद समझ नहीं आ रहा कि यह सब अचानक कैसे हुआ।

थाना बारादरी के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि युवक से पूछताछ जारी है और उसका मोबाइल फोन व सोशल मीडिया अकाउंट खंगाले जा रहे हैं। जरूरत पड़ने पर साइबर सेल की भी मदद ली जाएगी। साथ ही युवक की मानसिक स्थिति की जांच के लिए मनोचिकित्सक की राय भी ली जा सकती है।

सोशल मीडिया निगरानी की अहमियत

यह मामला एक बार फिर यह साबित करता है कि सोशल मीडिया पर की गई गतिविधियां अब केवल आभासी दुनिया तक सीमित नहीं रह गई हैं। मेटा जैसी कंपनियों द्वारा की जाने वाली निगरानी और समय रहते दिए गए अलर्ट कई बार संभावित बड़े हादसों को टालने में मददगार साबित हो सकते हैं।

पुलिस की तत्परता और तकनीकी सहयोग से एक बड़ी अनहोनी टल गई, लेकिन यह घटना समाज के लिए एक सचेत संकेत है कि मानसिक तनाव, सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल और परिवार से संवादहीनता किस तरह गंभीर रूप ले सकती है।