31 जुलाई को डीआईओएस कार्यालयों पर प्रदर्शन करेंगे माध्यमिक शिक्षक, सरकार की नीतियों के खिलाफ मोर्चा
उत्तर प्रदेश सरकार की शिक्षा एवं शिक्षक विरोधी नीतियों के खिलाफ माध्यमिक शिक्षकों ने बड़ा आंदोलन छेड़ने का ऐलान किया है। 31 जुलाई को प्रदेश भर के सभी जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) कार्यालयों पर जोरदार धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। यह फैसला उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (पांडेय गुट) की रविवार को दारुलशफ़ा बी ब्लॉक में हुई राज्य परिषद की बैठक में लिया गया।
शिक्षकों की नाराजगी, सरकार पर लगाए आरोप
बैठक में वक्ताओं ने आरोप लगाया कि प्रदेश सरकार लगातार शिक्षकों की उपेक्षा कर रही है। शिक्षकों को वेतन, स्थानांतरण, पदोन्नति, नई नियुक्तियों और सेवा नियमों को लेकर बार-बार आश्वासन तो दिए गए, लेकिन धरातल पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई।
संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा—
“शिक्षकों को हाशिये पर डालने और माध्यमिक शिक्षा व्यवस्था को निजीकरण की ओर धकेलने की सरकार की मंशा अब साफ हो चुकी है। हम अब चुप नहीं बैठेंगे।”
प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
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लंबित वेतन व एरियर का भुगतान
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स्थानांतरण नीति में पारदर्शिता
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पदोन्नति प्रक्रिया को तेज करने की मांग
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रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्तियां
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विद्यालयों के संसाधनों की स्थिति में सुधार
31 जुलाई को सभी जिलों में होगा प्रदर्शन
संघ ने ऐलान किया कि आगामी 31 जुलाई को प्रदेश के सभी जिलों में शिक्षकों द्वारा जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालयों पर एकदिवसीय धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस प्रदर्शन के जरिए सरकार को चेताया जाएगा कि यदि मांगों पर जल्द निर्णय नहीं हुआ तो राज्यव्यापी आंदोलन की दिशा तय की जाएगी।
आंदोलन की रणनीति तैयार
बैठक में आगे की रणनीति भी बनाई गई, जिसमें तय किया गया कि जरूरत पड़ने पर लखनऊ में विशाल शिक्षक महा रैली भी आयोजित की जा सकती है। संगठन ने कहा कि यह केवल शिक्षकों की नहीं, बल्कि माध्यमिक शिक्षा की गुणवत्ता बचाने की लड़ाई है।