भदोही में स्कूल विलय के विरोध में बच्चों को प्रदर्शन में शामिल करना पड़ा महंगा, सपा नेत्री अंजनी सरोज समेत दर्जन भर पर FIR
उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में सरकारी स्कूलों के विलय के खिलाफ हुए प्रदर्शन ने नया मोड़ ले लिया है। प्रदर्शन में स्कूली बच्चों को शामिल करने के मामले में पुलिस ने समाजवादी पार्टी की नेत्री अंजनी सरोज सहित लगभग एक दर्जन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
वीडियो वायरल होने के बाद डीएम ने दिए सख्त निर्देश
घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें स्कूली बच्चों को हाथ में तख्तियां लेकर नारेबाजी करते देखा गया। वीडियो सामने आने के बाद भदोही डीएम ने गंभीरता से संज्ञान लिया और तत्काल जांच के आदेश दिए। जांच के बाद यह साफ हुआ कि प्रदर्शन राजनीतिक उद्देश्य से किया गया था, और बच्चों को जानबूझकर इसमें शामिल किया गया।
कौन-कौन हैं आरोपी?
पुलिस के अनुसार, इस मामले में जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है, उनमें शामिल हैं:
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सपा नेत्री अंजनी सरोज
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स्थानीय कार्यकर्ता
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कुछ अभिभावक
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स्कूल प्रबंधन से जुड़े कुछ लोग
इन सभी पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है, जिनमें बच्चों के अधिकारों का उल्लंघन, सार्वजनिक अव्यवस्था और शांति भंग करने की धाराएं शामिल हैं।
प्रशासन का रुख सख्त
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि बच्चों का इस्तेमाल राजनीतिक प्रदर्शन में करना पूरी तरह गैरकानूनी और अमानवीय है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) ने भी कहा कि "अगर किसी शिक्षक या स्कूल स्टाफ की भूमिका सामने आती है, तो उनके खिलाफ भी विभागीय कार्रवाई की जाएगी।"
सपा की प्रतिक्रिया
समाजवादी पार्टी की ओर से अभी तक कोई औपचारिक बयान नहीं आया है, लेकिन स्थानीय नेताओं ने कार्रवाई को "राजनीतिक बदले की भावना" बताया है। उन्होंने कहा कि स्कूल विलय के फैसले से गरीब और ग्रामीण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी, इसलिए विरोध करना जनता का अधिकार है।