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धर्मांतरण पर समाजवादी सांसद रामजी लाल सुमन का बड़ा बयान: "हिंदू धर्म में समानता नहीं आई तो नहीं रुकेगा धर्मांतरण"

 

धर्मांतरण को लेकर देशभर में जारी बहस के बीच समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद रामजी लाल सुमन ने बड़ा बयान देकर नई राजनीतिक हलचल पैदा कर दी है। फिरोजाबाद में समाजवादी पार्टी के एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे सांसद ने मीडिया से बातचीत में कहा कि "जब तक हिंदू धर्म में समानता नहीं आएगी, तब तक धर्मांतरण को कोई नहीं रोक सकता।"

रामजी लाल सुमन का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब अवैध धर्मांतरण को लेकर कई राज्य सरकारें सख्त कानून बना रही हैं और केंद्र सरकार भी इस मुद्दे पर गंभीरता से नजर रखे हुए है। लेकिन समाजवादी सांसद ने धर्मांतरण की जड़ में सामाजिक असमानता और भेदभाव को मुख्य कारण बताया।

"जातिगत भेदभाव रोकें, तभी थमेगा धर्मांतरण"

सांसद ने कहा, "हमारे समाज में अभी भी जाति और ऊंच-नीच का भेदभाव बना हुआ है। जब तक सभी वर्गों को सम्मान और बराबरी नहीं मिलेगी, तब तक लोग खुद को ठगा महसूस करेंगे और धर्म परिवर्तन का रास्ता चुनेंगे।"
उन्होंने यह भी जोड़ा कि संविधान ने सभी को बराबरी का अधिकार दिया है, लेकिन जमीनी स्तर पर सामाजिक न्याय की अवधारणा को आज भी पूरी तरह लागू नहीं किया जा सका है।

भाजपा पर भी निशाना

रामजी लाल सुमन ने इस मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को भी घेरा। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण को राजनीतिक मुद्दा बनाया जा रहा है जबकि इसके पीछे सामाजिक सच्चाई को नजरअंदाज किया जा रहा है।
"सिर्फ कानून बना देने से समस्या नहीं सुलझेगी, जब तक समाज में बराबरी नहीं होगी तब तक लोग विकल्प तलाशते रहेंगे।" उन्होंने कहा।

विपक्ष और हिंदू संगठनों की तीखी प्रतिक्रिया संभव

रामजी लाल सुमन के इस बयान पर राजनीतिक बवाल की आशंका है। हिंदू संगठनों और सत्ताधारी दल की ओर से इस पर तीखी प्रतिक्रिया आने की संभावना है। भाजपा और उससे जुड़े संगठनों ने पहले भी समाजवादी पार्टी पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है, और यह बयान उन आरोपों को और हवा दे सकता है।