बुजुर्ग हृदय रोगियों के लिए राहत: अब बिना ओपन हार्ट सर्जरी के होगा वॉल्व प्रत्यारोपण
हृदय के वॉल्व संबंधी बीमारी से जूझ रहे बुजुर्ग मरीजों के लिए बड़ी राहत की खबर सामने आई है। अब उन्हें ओपन हार्ट सर्जरी के जोखिम से नहीं गुजरना पड़ेगा। चिकित्सा विज्ञान में तकनीकी विकास के चलते अब ट्रांस कैथेटर एओटिक वॉल्व इम्प्लांटेशन (TAVI) तकनीक से बिना छाती खोले हृदय का वॉल्व प्रत्यारोपण किया जा सकता है।
एलपीएस कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट में इस उन्नत तकनीक से सफल इलाज शुरू कर दिया गया है। विशेष रूप से 65 वर्ष से अधिक आयु के उन मरीजों के लिए यह तकनीक वरदान साबित हो रही है, जिनके लिए ओपन हार्ट सर्जरी जानलेवा साबित हो सकती है।
क्या है TAVI तकनीक?
TAVI या ट्रांस कैथेटर एओटिक वॉल्व इम्प्लांटेशन एक आधुनिक प्रक्रिया है, जिसमें रोगी की जांघ की नस से एक बारीक कैथेटर डाला जाता है। इस कैथेटर के जरिए नया कृत्रिम वॉल्व सीधे दिल तक पहुंचाया जाता है और पुराने खराब हो चुके वॉल्व की जगह लगा दिया जाता है। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान न तो हृदय को रोका जाता है और न ही छाती को चीरने की आवश्यकता होती है।
क्यों जरूरी है यह तकनीक?
बुजुर्ग मरीजों में अक्सर कई अन्य बीमारियां भी साथ होती हैं, जैसे डायबिटीज़, हाई ब्लड प्रेशर, किडनी की समस्या आदि। ऐसे में ओपन हार्ट सर्जरी करना जोखिम भरा हो सकता है। TAVI तकनीक इन मरीजों के लिए न केवल सुरक्षित है, बल्कि इसमें रिकवरी भी जल्दी होती है। मरीज कुछ ही दिनों में सामान्य जीवन जीने लगते हैं।
एलपीएस कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट में इलाज शुरू
एलपीएस कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट के विशेषज्ञों के अनुसार, यह तकनीक पूरी तरह से सुरक्षित है और संस्थान में अब तक किए गए मामलों में शानदार सफलता मिली है। संस्थान में देश के कई हिस्सों से मरीज इस उन्नत उपचार के लिए पहुंच रहे हैं।
मरीजों को क्या लाभ?
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ओपन हार्ट सर्जरी की आवश्यकता नहीं
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कम ब्लड लॉस
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जल्दी रिकवरी
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अस्पताल में कम दिन रहना
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कम संक्रमण का खतरा
विशेषज्ञों की राय
डॉक्टरों का कहना है कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, दिल के वॉल्व में कैल्सिफिकेशन बढ़ता है जिससे वॉल्व सख्त हो जाते हैं और खून के प्रवाह में बाधा आती है। ऐसे मरीजों के लिए TAVI तकनीक उम्मीद की नई किरण है।
यह तकनीक भारत में सीमित केंद्रों पर ही उपलब्ध है और अब लखनऊ में एलपीएस कार्डियोलॉजी संस्थान में इसकी सुविधा मिलना पूरे क्षेत्र के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।