थाना घुंघचाई पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर चलाने वाले तीन साइबर ठगों को पकड़ा
थाना घुंघचाई पुलिस ने एक बड़े साइबर ठग रैकेट का पर्दाफाश करते हुए फर्जी कॉल सेंटर संचालित करने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह खुलासा साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए किए गए विशेष अभियान के दौरान हुआ।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आरोपियों ने ऑनलाइन ठगी के कई मामले अंजाम दिए थे और लोगों को वित्तीय नुकसान पहुंचाया। गहन जांच के बाद पुलिस ने छापेमारी कर तीनों आरोपियों को पकड़ने में सफलता पाई।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 09 मोबाइल फोन, 02 लैपटॉप, 59 हजार रुपये से अधिक नकदी, कई बैंक पासबुक, प्री-एक्टिवेटेड सिम, फर्जी आधार कार्ड और विदेशी पहचान पत्र सहित अन्य सामग्री बरामद की। बरामद सामग्री से पता चलता है कि आरोपियों का रैकेट बड़े पैमाने पर ऑनलाइन ठगी और फर्जीवाड़े में शामिल था।
थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ साइबर ठगी, धोखाधड़ी और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस की जांच अभी भी जारी है और संभव है कि इस रैकेट में और भी लोग शामिल हों।
विशेषज्ञों का मानना है कि फर्जी कॉल सेंटर और साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, और आम नागरिकों को सतर्क रहना चाहिए। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि किसी भी अज्ञात कॉल, संदेश या ऑनलाइन लेन-देन में व्यक्तिगत और बैंकिंग जानकारी साझा न करें।
पुलिस अधिकारियों ने यह भी कहा कि आरोपियों से पूछताछ के बाद और महत्वपूर्ण सुराग मिल सकते हैं, जो अन्य साइबर अपराधों के खुलासे में मदद करेंगे। इस कार्रवाई से पीलीभीत में साइबर अपराधों के खिलाफ पुलिस की सक्रियता और तत्परता स्पष्ट होती है।
स्थानीय नागरिकों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की और कहा कि ऐसे साइबर अपराधियों को पकड़ना लोगों में सुरक्षा और भरोसा बढ़ाता है। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि साइबर ठगी और फर्जी कॉल सेंटर पर निगरानी बढ़ाई जाए।
विशेषज्ञों का कहना है कि डिजिटल दुनिया में बढ़ते अपराधों के कारण आम नागरिकों को ऑनलाइन सुरक्षा के नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है। उन्होंने लोगों से कहा कि बैंक और वित्तीय लेन-देन में हमेशा सतर्कता बरतें और किसी भी अज्ञात व्यक्ति से संपर्क में आने से बचें।
इस घटना ने यह स्पष्ट किया कि साइबर अपराधों के खिलाफ पुलिस सक्रिय है और ऐसे अपराधियों को पकड़ने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं। पीलीभीत पुलिस का यह कदम न केवल अपराधियों के लिए चेतावनी है, बल्कि आम नागरिकों के लिए सुरक्षा और जागरूकता का संदेश भी है।