पीलीभीत में फिर बाघ का आतंक: महिला की मौत, किशोर समेत तीन ग्रामीणों पर हमला
पीलीभीत के न्यूरिया क्षेत्र में बाघों का आतंक एक बार फिर सिर चढ़कर बोलने लगा है। बृहस्पतिवार सुबह महज दो घंटे के भीतर, बाघ ने अलग-अलग स्थानों पर तीन ग्रामीणों पर हमला कर दिया। हमले में एक महिला की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हैं।
खेत में काम कर रही महिला को बनाया निशाना
सबसे दर्दनाक घटना मंडरिया गांव में सामने आई, जहां 50 वर्षीय तृष्णा सुबह खेत पर काम करने गई थीं। इसी दौरान झाड़ियों से निकले एक बाघ ने उन पर हमला कर दिया और उन्हें घसीटते हुए खेत के अंदर ले गया। कुछ देर बाद जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तो तृष्णा का शव क्षत-विक्षत हालत में बरामद हुआ।
15 मिनट पहले किशोर पर भी हमला
इस वारदात से करीब 15 मिनट पहले बाघ ने उसी गांव के 14 वर्षीय किशोर नीलेश पर हमला किया था, जो खेत के पास खेल रहा था। बाघ ने उसे दबोच लिया, लेकिन नीलेश ने साहस दिखाते हुए करीब 10 मिनट तक बाघ से संघर्ष किया। शोर सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने डंडों और लाठी से हमला कर बाघ को भागने पर मजबूर कर दिया। नीलेश गंभीर रूप से घायल है और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
तीसरे ग्रामीण पर भी जानलेवा हमला
तीसरी घटना पास के ही गांव में हुई, जहां एक और ग्रामीण पर बाघ ने झपट्टा मारा, हालांकि वह किसी तरह बच निकला। लगातार हो रहे इन हमलों से क्षेत्र के ग्रामीणों में भारी दहशत है।
वन विभाग पर लापरवाही का आरोप
स्थानीय लोगों ने वन विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। ग्रामीणों का कहना है कि लगातार बाघों के मूवमेंट की सूचना देने के बावजूद, वन विभाग ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। कुछ दिन पहले भी इसी क्षेत्र में दो किसानों को बाघ ने मौत के घाट उतार दिया था।
वन विभाग की कार्रवाई
हमले की सूचना के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि क्षेत्र में पिंजरे लगाए जाएंगे और बाघ को पकड़ने के प्रयास तेज किए जाएंगे। साथ ही, मृतक के परिवार को मुआवजा देने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।