पंचायत चुनाव से पहले वार्डों के पुनर्गठन पर आपत्तियां दो अगस्त तक स्वीकार की जाएंगी
उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव की तैयारियां जोरों पर हैं। इस कड़ी में मंगलवार से प्रदेश के 37 जिलों में वार्डों के पुनर्गठन (रिडिस्ट्रीब्यूशन) पर आपत्तियां स्वीकार की जाएंगी। यह प्रक्रिया दो अगस्त तक जारी रहेगी, जिसके बाद जिलाधिकारियों की अध्यक्षता वाली समिति आपत्तियों का निस्तारण करेगी।
वार्डों के पुनर्गठन की प्रक्रिया
ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन के बाद अब 37 जिलों में वार्डों के पुनर्गठन की प्रक्रिया जारी है। इस पुनर्गठन का उद्देश्य पंचायत चुनाव को और अधिक पारदर्शी, न्यायसंगत और सुचारू रूप से कराना है। नए वार्ड निर्धारण से चुनाव की तैयारी को मजबूत किया जाएगा।
आपत्तियां स्वीकार करने का समय
जिला स्तर पर मंगलवार से शुरू हो रही आपत्तियों की प्रक्रिया दो अगस्त तक चलेगी। इस दौरान आमजन, राजनीतिक दल और अन्य हितधारक अपने मत और सुझाव दे सकेंगे। इसके बाद जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा सभी आपत्तियों की समीक्षा कर उनका समाधान निकाला जाएगा।
अंतिम सूची की घोषणा
आपत्तियों के निस्तारण के बाद, छह अगस्त से दस अगस्त के बीच वार्डों के पुनर्गठन की अंतिम सूची जारी कर दी जाएगी। इस सूची के बाद ही पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने की संभावना है। अंतिम सूची जारी होने के बाद ही चुनावी गतिविधियां पूरी तरह से शुरू होंगी।
चुनाव की सफल तैयारी में अहम कदम
वार्डों के पुनर्गठन के इस चरण को पंचायत चुनाव की सफलता के लिए एक अहम कदम माना जा रहा है। इससे चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी और सभी क्षेत्रों का उचित प्रतिनिधित्व सुनिश्चित होगा। साथ ही, यह कदम पंचायत चुनाव को व्यवस्थित और निष्पक्ष बनाने में मदद करेगा।