नागपंचमी पर एटा में रहस्यमयी घटना: नाग की मौत का बदला लेने पहुंची नागिन
त्तर प्रदेश के एटा जिले में नागपंचमी के दिन एक अविश्वसनीय और रहस्यमयी घटना ने इलाके के लोगों को हैरत में डाल दिया। यहां एक नागिन कथित तौर पर नाग की मौत का बदला लेने के लिए एक घर में आ पहुंची और पूरे 24 घंटे तक उसी जगह डटी रही। घटना के चलते घर के लोग भयभीत हो गए और पूरी रात दहशत में काटनी पड़ी।
क्या है पूरा मामला?
यह अनोखी घटना एटा के अवगढ क्षेत्र के एक गांव में सामने आई है। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले गांव के ही एक परिवार ने एक नाग को मार दिया था। इसके बाद नागपंचमी के दिन एक नागिन अचानक उसी घर में आ गई और आंगन में एक जगह शांत होकर बैठ गई। परिवार ने जब नागिन को देखा तो हड़कंप मच गया। पहले तो उन्होंने उसे भगाने की कोशिश की लेकिन नागिन टस से मस नहीं हुई।
24 घंटे तक डटी रही नागिन
नागिन ने पूरे 24 घंटे तक घर नहीं छोड़ा। वह न तो आक्रामक हुई और न ही घर के किसी सदस्य को नुकसान पहुंचाया, लेकिन उसकी मौजूदगी भर से परिवार के लोग भय के साए में जीने को मजबूर हो गए। लोग यह मान रहे हैं कि नागिन अपने साथी नाग की मौत का बदला लेने आई थी, जैसा कि पुरानी मान्यताओं और लोक कथाओं में कहा जाता है।
गांव में फैली सनसनी
नागपंचमी जैसे धार्मिक पर्व पर इस तरह की घटना होने से गांव में सनसनी फैल गई। बड़ी संख्या में ग्रामीण घर के बाहर जमा हो गए। कुछ लोग इस घटना को देवी-देवताओं का संकेत मान रहे थे, तो कुछ ने इसे नाग-नागिन के जोड़े की पौराणिक मान्यता से जोड़कर देखा।
वन विभाग की टीम पहुंची
परिवार की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और नागिन को सुरक्षित तरीके से पकड़ने की कोशिश की। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि जैसे ही टीम पहुंची, नागिन खुद ही घर से बाहर निकल गई और जंगल की ओर चली गई। यह देखकर लोगों का कहना है कि नागिन अपनी उपस्थिति मात्र से बदला लेने का संकेत दे गई।
मान्यताएं और वैज्ञानिक नजरिया
भारतीय संस्कृति में नाग और नागिनों को लेकर कई धार्मिक और पौराणिक मान्यताएं प्रचलित हैं। कहा जाता है कि नाग अपने साथी की मौत का बदला जरूर लेते हैं, और उन्हें इंसानों की पहचान भी रहती है। हालांकि विज्ञान इन बातों को नकारता है, लेकिन ऐसी घटनाएं इन विश्वासों को फिर से लोगों के बीच चर्चा में ला देती हैं।