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Moradabad news : चार दिन पहले रेलवे स्टेशन पर मिली किशोरी बाल आश्रय गृह से दीवार फांदकर फरार, सोते रहे कर्मचारी

 

जयपुर डेस्क!!!चार दिन पहले रेलवे स्टेशन पर मिली किशोरी रेलवे हरथला कालोनी स्थित शोभना ग्रामोद्योग सेवा समिति द्वारा संचालित बाल आश्रय गृह की दीवार फांदकर बुधवार को एक फरार हो गई और संस्था के कर्मचारी सोते रहे। मामले की जानकारी घटना के एक घंटे बाद हो सकी। इसके बावजूद आश्रय गृह संचालिका द्वारा मामले की जानकारी तक अधिकारियों को नहीं दी गई। बाहरी लोगों द्वारा सूचना पाकर बाल कल्याण समिति के पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और उच्च अधिकारियों को अवगत कराया।एक अगस्त को रेलवे चाइल्ड लाइन को एक 13 वर्षीय किशोरी रेलवे स्टेशन पर मिली थी। दो अगस्त को उसे बाल कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत किया गया। उन्होंने किशोरी के पिता को मामले की जानकारी दी।पिता ने पांच अगस्त तक मुरादाबाद आने का आश्वासन दिया। इस पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष हरी मोहन गुप्ता ने 48 घंटे के लिए किशोरी को बाल आश्रय गृह रेलवे कालोनी हरथला में सचिव शोभना गुप्ता के सुपुर्द कर दिया था। बुधवार सुबह साढ़े छह बजे किशोरी आश्रय गृह के पिछले गेट और जाली को फांदकर फरार हो गई। मोहल्ले के लोगों की जानकारी पर सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष हरी मोहन गुप्ता अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए।
उन्होंने बताया कि घटना के वक्त तीन कर्मचारियों विजय प्रताप, शोभा कुमारी और मोहनदेई की ड्यूटी थी। इसके अलावा किशोरी की निगरानी के लिए भी रेलवे चाइल्ड लाइन की सदस्य स्मिता सक्सेना की भी ड्यूटी लगाई गई थी। चाइल्ड लाइन की सदस्य को 24 घंटे उसके साथ ही रहना था और निगरानी करनी थी, लेकिन वह किशोरी के साथ सोने के बजाय दूसरे कमरे में सो रही थी। घटना के वक्त संस्था के कर्मचारी सोए हुए थे। करीब साढ़े सात बजे कर्मचारियों को किशोरी के गायब होने की जानकारी मिली, लेकिन उन्होंने जिला प्रशासन के किसी भी अधिकारी को घटना से अवगत नहीं कराया। वह मामले में संस्था सचिव को नोटिस जारी कर रहे हैं।किशोरी के फरार होने की पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई। अधिकारियों के फुटेज देखने पर पता चला कि पीछे गेट के ऊपर लोहे की जाल भी लगी है। गेट के माध्यम से किशोरी ने फरार होने के लिए चार बार प्रयास किया। वह कुर्ता-सलवार पहने थी। पहले प्रयास के बाद उसने कुर्ता बदलकर टीशर्ट पहन ली। इसके बाद फिर प्रयास किया और सफल नहीं हुई तो फिर कुर्ता पहन लिया। चौथे प्रयास में वह सफल हो गई। पहले वह गेट पर चढ़ी। इसके बाद जाल पर चढ़कर दीवार कूदकर फरार हो गई। करीब 25 मिनट के पूरे अंतराल में किसी ने भी इसकी आहट को नहीं सुना।