मौलाना और उसके परिजनों ने युवक को बेरहमी से पीटा, वीडियो वायरल, तीन आरोपी हिरासत में
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले से इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। एक युवक को बेरहमी से पीटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें एक मौलाना और उसके परिवार के सदस्य पीड़ित को जमीन पर गिराकर लात-घूंसे और डंडों से मारते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि पीड़ित युवक मोहम्मद यामीन हाथ जोड़कर रहम की भीख मांग रहा है, लेकिन हमलावर उस पर कोई दया नहीं दिखाते।
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस सक्रिय
जैसे ही यह अमानवीय वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। पीलीभीत पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और अब तक तीन आरोपियों को हिरासत में लिया जा चुका है। पुलिस अधीक्षक के अनुसार, घटना की सच्चाई की पुष्टि के लिए वीडियो की सत्यता जांची जा रही है और अन्य आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
क्या है मामला?
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, पीड़ित मोहम्मद यामीन किसी विवाद के चलते मौलाना और उसके परिवार के सदस्यों के निशाने पर आ गया। विवाद का कारण अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। पीड़ित ने आरोप लगाया है कि उसे बिना किसी ठोस वजह के बुरी तरह पीटा गया और जान से मारने की धमकी भी दी गई।
पीड़ित की गुहार: मिले इंसाफ
मारपीट के बाद बुरी तरह जख्मी मोहम्मद यामीन ने स्थानीय पुलिस थाने में तहरीर दी है और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उसने कहा कि उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया है और अब वह व अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर डरा हुआ है।
पुलिस ने कहा – किसी को बख्शा नहीं जाएगा
पीलीभीत पुलिस ने बयान जारी कर कहा है कि मामले में पूरी गंभीरता से जांच की जा रही है। तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी, चाहे उनका सामाजिक या धार्मिक रुतबा कुछ भी हो।
सामाजिक संगठनों की भी प्रतिक्रिया
घटना को लेकर क्षेत्र में रोष फैल गया है। कई सामाजिक संगठनों और स्थानीय नेताओं ने इस घटना की निंदा की है और पीड़ित को न्याय दिलाने की मांग की है। कुछ संगठनों ने प्रशासन से यह भी मांग की है कि ऐसे मामलों में त्वरित न्याय प्रक्रिया अपनाई जाए, ताकि पीड़ित को जल्द राहत मिल सके।