एम्स में सीट दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी, आरोपी गिरफ्तार
सेक्टर-66 के मामूरा गांव में रहने वाले प्रदीप कुमार उपाध्याय से एम्स में सीट दिलाने के नाम पर 10 लाख रुपये की धोखाधड़ी का एक मामला सामने आया है। आरोपी ने खुद को प्रधानमंत्री और गृह मंत्री का करीबी बताते हुए प्रदीप को विश्वास में लिया और हरिद्वार में बत्ती लगी कार से ले जाकर मिलने का दावा किया। आरोप है कि आरोपी ने प्रदीप को यह विश्वास दिलाया कि वह उसे एम्स में दाखिला दिलवाने में मदद कर सकता है, और इसके बदले उसने 10 लाख रुपये ठग लिए।
धोखाधड़ी का तरीका
आरोपी ने प्रदीप कुमार उपाध्याय से संपर्क किया और खुद को एक प्रभावशाली व्यक्ति बताकर, उसे प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के करीबी रिश्ते के बारे में बताया। इसके बाद आरोपी ने प्रदीप को हरिद्वार में एक बत्ती लगी कार से ले जाकर मिलवाया और उसे यह आश्वासन दिया कि वह उसे एम्स में सीट दिलवा सकता है। इसके बदले आरोपी ने प्रदीप से कुल 10 लाख रुपये की रकम ले ली।
पुलिस ने शुरू की जांच
जब प्रदीप को एहसास हुआ कि वह धोखाधड़ी का शिकार हो चुका है, तो उसने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। मामले की जांच शुरू होते ही पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए कार्रवाई तेज कर दी। पुलिस का कहना है कि आरोपी का नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन उसके खिलाफ धोखाधड़ी और ठगी की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। पुलिस जल्द ही उसे गिरफ्तार करके पूछताछ करेगी।
धोखाधड़ी का बढ़ता मामला
यह घटना न केवल एम्स जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं से संबंधित है, बल्कि यह धोखाधड़ी के नए तरीकों को भी उजागर करती है। कई लोग ऐसे फर्जी एजेंटों के झांसे में आकर अपनी मेहनत की कमाई गंवा बैठते हैं, जो उन्हें दूसरे लोगों से मिलने या इंस्टिट्यूशन में सीट दिलवाने का झांसा देते हैं।