मैनपुरी के कन्या इंटर कॉलेज में शिक्षक भर्ती घोटाला, फर्जी दस्तावेजों से हुई नियुक्ति, 9 पर मुकदमा दर्ज
जनपद के कुंवर रामचंद्र सिंह लाल सिंह कन्या इंटर कॉलेज में सहायक अध्यापिकाओं की भर्ती में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। वर्ष 2016 में की गई इस भर्ती प्रक्रिया में नियमों को ताक पर रखकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नियुक्तियां की गईं। जांच के बाद इस मामले में तत्कालीन जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) सहित 9 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों तक पहुंची तो पूरे प्रकरण की जांच कराई गई। जांच में सामने आया कि आगरा जनपद के 25 से अधिक आवेदकों के नाम आवेदन सूची में दर्ज किए गए, लेकिन उन्होंने न कभी आवेदन किया, न ही साक्षात्कार में भाग लिया। इसके बावजूद दस्तावेजों में उन्हें दिखाया गया और तीन सहायक अध्यापिकाओं की नियुक्ति कर दी गई।
नियुक्ति प्रक्रिया में सामान्य और अति पिछड़ा वर्ग के नियमों का उल्लंघन भी हुआ है। इन वर्गों में नियुक्त की गई अध्यापिकाओं के दस्तावेजों में गड़बड़ी पाई गई है। आरोप है कि चयन प्रक्रिया में शामिल अधिकारियों और कॉलेज प्रबंधन की मिलीभगत से यह घोटाला अंजाम दिया गया।
जांच रिपोर्ट आने के बाद शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया। तत्कालीन डीआईओएस सहित कुल 9 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। एफआईआर में जिन पर आरोप लगे हैं, उनमें कॉलेज प्रबंधन से जुड़े कुछ लोग, चयन समिति के सदस्य और दस्तावेज सत्यापन से जुड़े अधिकारी भी शामिल हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि, “प्रथम दृष्टया मामला बेहद गंभीर है। दस्तावेजों की जांच में फर्जीवाड़े की पुष्टि हुई है। नामजद लोगों के खिलाफ साक्ष्य के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जिन अध्यापिकाओं की नियुक्ति फर्जी दस्तावेजों के आधार पर हुई है, उनकी नियुक्ति रद्द करने की प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी।”
इस प्रकरण से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। अब अन्य संस्थानों की नियुक्तियों की भी गहन जांच की जा रही है ताकि इस प्रकार की गड़बड़ियों पर समय रहते रोक लगाई जा सके।