IIT BHU में कार्डियक अरेस्ट से छात्र की मृत्यु, परिसर में शोक की लह
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बीएचयू में एमटेक मैकेनिकल के पहले वर्ष के छात्र अनूप सिंह चौहान की कार्डियक अरेस्ट के कारण निधन हो गया। यह घटना मंगलवार सुबह हुई और इसने पूरे संस्थान में शोक की लहर दौड़ा दी है। अनूप के असमय निधन के बाद छात्रों ने संस्थान में स्वास्थ्य सेवाओं और त्वरित चिकित्सा सहायता की व्यवस्था पर चिंता जताई है।
अनूप सिंह चौहान, जो यूपी के मेरठ जिले का निवासी था, IIT BHU में एमटेक मैकेनिकल की पढ़ाई कर रहा था। छात्र की मृत्यु की खबर से पूरे संस्थान के छात्र और फैकल्टी सदस्यों में गहरा शोक है। घटना के बाद, कई छात्रों ने सोशल मीडिया पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की और इस दुखद घटना पर दुख जताया।
घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार, अनूप अपनी कक्षाओं में शामिल होने के बाद अपने हॉस्टल लौट रहा था, तभी उसे अचानक सीने में तेज दर्द हुआ और वह बेहोश हो गया। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन कार्डियक अरेस्ट के कारण उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। यह घटना कई सवालों को जन्म देती है, खासकर छात्रों के बीच स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी को लेकर।
आईआईटी बीएचयू के छात्र इस घटना के बाद अपनी चिंता जता रहे हैं कि अगर कैंपस में समय पर त्वरित चिकित्सा सहायता उपलब्ध होती, तो शायद अनूप की जान बचाई जा सकती थी। छात्रों का कहना है कि संस्थान में मेडिकल सुविधाएं और एम्बुलेंस की त्वरित सेवा को बेहतर बनाने की आवश्यकता है।
इस संबंध में एक छात्र ने कहा, "यह बहुत दुखद है कि हमें इतनी जल्दी एक साथी को खोना पड़ा। यह हमारी कैंपस स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की आवश्यकता को उजागर करता है। हमें ऐसे संकट के समय में तुरंत चिकित्सा सहायता मिलनी चाहिए।"
वहीं, संस्थान प्रशासन ने इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वे स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए कदम उठाएंगे। प्रशासन ने यह भी कहा कि अनूप के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की जाती है और उनकी सहायता के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।
एक अन्य छात्र ने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि संस्थान इस हादसे से कुछ सीखेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए जल्द ही कदम उठाएगा। हमारे लिए सबसे बड़ी चिंता यह है कि ऐसी स्थिति में क्या हो सकता था यदि हमारे पास त्वरित चिकित्सा सहायता होती।"
इस दुखद घटना ने न केवल संस्थान के छात्रों को झकझोर दिया है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण संकेत भी है कि कैंपस में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति को लेकर तत्काल सुधार की आवश्यकता है। छात्रों का मानना है कि विश्वविद्यालय प्रशासन को इस दिशा में जल्द से जल्द कदम उठाने चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।