मथुरा के मुड़िया मेला में श्रद्धालुओं की भारी भीड़, एक हजार से अधिक बसों से बढ़ा ट्रैफिक दबाव, गोवर्धन चौराहा बना जाम का केंद्र
प्रसिद्ध मुड़िया पूनो मेला में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के चलते मथुरा और गोवर्धन क्षेत्र में ट्रैफिक व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही है। मेला प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं को लाने-ले जाने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की एक हजार से अधिक बसों को सेवा में लगाया गया है। इसके अतिरिक्त मथुरा से गोवर्धन तक भी लगातार विशेष बस सेवाएं चलाई जा रही हैं।
हालांकि इतने बड़े स्तर पर बसों और श्रद्धालुओं की आवाजाही के चलते शहर की सड़कों पर दिन-रात जाम की स्थिति बनी हुई है, विशेष रूप से गोवर्धन चौराहा और आसपास के इलाकों में।
हर समय बना रहता है जाम का दबाव
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ और बसों की लंबी कतारों के कारण गोवर्धन चौराहा, दानघाटी मार्ग, परिक्रमा मार्ग और मथुरा-बालदेव रोड पर जाम का आलम यह है कि वाहन रेंग-रेंगकर चल रहे हैं।
स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं दोनों को ही आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई जगहों पर लोग पैदल ही लंबा रास्ता तय करने को मजबूर हैं क्योंकि वाहनों की कतारें कई किलोमीटर तक फैली हुई हैं।
पुलिसकर्मी कर रहे लगातार प्रयास
ट्रैफिक पुलिस और सिविल पुलिसकर्मी दिन-रात सड़कों पर तैनात होकर जाम खुलवाने के प्रयास में जुटे हैं, लेकिन भीड़ की मात्रा इतनी अधिक है कि हालात पर पूरी तरह से नियंत्रण संभव नहीं हो पा रहा है।
पुलिस की ओर से कई बार रूट डायवर्जन और बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई, लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या के आगे सारी व्यवस्थाएं नाकाफी साबित हो रही हैं।
प्रशासन कर रहा है वैकल्पिक व्यवस्था पर विचार
मेला प्रशासन और जिला प्रशासन अब इस स्थिति से निपटने के लिए अस्थायी पार्किंग स्थल, वाहनों की संख्या सीमित करने और श्रद्धालुओं को ट्रैफिक समय के बारे में पूर्व जानकारी देने जैसी वैकल्पिक व्यवस्थाओं पर काम कर रहा है।
सूत्रों के अनुसार, कुछ मार्गों को पूरी तरह पैदल यात्रियों के लिए आरक्षित करने का भी प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है ताकि मुख्य सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव कम हो सके।
स्थानीय लोगों को हो रही परेशानी
शहर के स्थानीय नागरिकों ने भी जाम की स्थिति को लेकर नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि मेला प्रशासन को पूर्व नियोजन के तहत अधिक प्रभावी व्यवस्था करनी चाहिए थी, जिससे आम जनमानस को इतनी कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
श्रद्धालुओं में आस्था की उमंग बरकरार
हालांकि तमाम दिक्कतों और जाम के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था और भक्ति में कोई कमी नहीं देखी जा रही है। लोग पैदल चलकर भी गोवर्धन परिक्रमा और दर्शन के लिए आगे बढ़ रहे हैं।