शिक्षकों की नियुक्ति में तेजी लाए सरकार: सीएम योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा विभाग को दिए निर्देश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बेसिक शिक्षा विभाग की उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी को गंभीरता से लेते हुए रिक्त पदों पर जल्द से जल्द नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी विद्यालयों में शिक्षक-छात्र अनुपात आदर्श स्थिति में होना चाहिए, ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके।
तत्काल अधियाचन भेजने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से स्पष्ट शब्दों में कहा कि जिन विद्यालयों में शिक्षकों के पद खाली हैं, वहां के लिए तत्काल अधियाचन (वैकेंसी की सूची) भेजा जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि नियुक्ति प्रक्रिया को समयबद्ध ढंग से पूरा किया जाए, जिससे शिक्षण कार्य प्रभावित न हो और छात्रों को बेहतर शैक्षणिक माहौल मिल सके।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर जोर
बैठक के दौरान सीएम योगी ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि उत्तर प्रदेश के हर बच्चे को समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का अधिकार मिले। इसके लिए जरूरी है कि हर विद्यालय में विषयवार शिक्षक उपलब्ध हों और किसी विद्यालय में स्टाफ की कमी के चलते पढ़ाई बाधित न हो।
आधारभूत ढांचे के सुधार पर भी चर्चा
मुख्यमंत्री ने शिक्षकों की नियुक्तियों के साथ-साथ विद्यालयों के बुनियादी ढांचे, फर्नीचर, स्मार्ट क्लास, पेयजल, शौचालय और लाइब्रेरी की व्यवस्था पर भी ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्कूलों में पढ़ाई का माहौल आकर्षक और अनुकूल होना चाहिए, जिससे बच्चों की उपस्थिति और रुचि बढ़े।
नियुक्तियों में पारदर्शिता का संदेश
सीएम योगी ने यह भी कहा कि सभी नियुक्तियों में पूरी पारदर्शिता, निष्पक्षता और योग्यता आधारित प्रक्रिया अपनाई जाए। किसी भी स्तर पर लापरवाही या भ्रष्टाचार की शिकायत मिलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि शिक्षक केवल नौकरी नहीं, बल्कि भावी पीढ़ी को गढ़ने का काम करते हैं, इसलिए उनकी नियुक्ति में गुणवत्ता और पात्रता का विशेष ध्यान रखा जाए।
मिशन कायाकल्प और नवाचार
बैठक में "मिशन कायाकल्प" की प्रगति की भी समीक्षा की गई, जिसके तहत प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में सुविधाएं बढ़ाने और उनका आधुनिकीकरण किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नवाचारों को बढ़ावा दें और आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए शिक्षण को रोचक और प्रभावी बनाएं।