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गाजियाबाद में सोसायटी की लिफ्ट में फंसी मां-बेटी, पुलिस ने 5 के खिलाफ मामला दर्ज किया

 

शहर के क्रॉसिंग रिपब्लिक थाना क्षेत्र में स्थित एसोटेक दा नेस्ट सोसायटी में 23 जून को हुई एक चौंकाने वाली घटना के बाद पुलिस ने लिफ्ट कंपनी के अधिकारियों और सोसायटी के एओए अध्यक्ष समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। घटना में मां और बेटी लगभग 20 मिनट तक लिफ्ट में फंसी रहीं, जिससे उनका डर और घबराहट का अनुभव हुआ।

पीड़‍िता की ओर से पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई, जिसमें बताया गया कि लिफ्ट में सुरक्षा उपकरणों की कमी थी। शिकायत में आरोप लगाया गया कि लिफ्ट नियमित जांच और मेंटेनेंस के अभाव में खराब हो गई थी, जिसके कारण मां-बेटी फंस गईं। पीड़िताओं ने बताया कि फंसी रहने के दौरान उन्हें सांस लेने और मदद मांगने में काफी दिक्कतें हुईं।

पुलिस ने शिकायत के आधार पर लिफ्ट कंपनी के मैनेजर, टेक्निकल टीम के प्रमुख और सोसायटी के एओए अध्यक्ष समेत पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामला दर्ज होते ही जांच शुरू कर दी गई है और सभी आरोपितों से पूछताछ की जाएगी। साथ ही, लिफ्ट की तकनीकी स्थिति और सुरक्षा मानकों की जांच की जा रही है।

सोसायटी निवासियों का कहना है कि यह घटना न केवल गंभीर है बल्कि सुरक्षा और निगरानी की बड़ी खामियों को उजागर करती है। उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि लिफ्ट और अन्य साझा सुविधाओं की नियमित जांच कराई जाए ताकि भविष्य में कोई भी अप्रिय घटना न हो।

विशेषज्ञों का कहना है कि लिफ्ट जैसी उपकरणों की सुरक्षा में लापरवाही गंभीर परिणाम दे सकती है। लिफ्ट में सुरक्षा उपकरणों की कमी, नियमित सर्विस न होना और तकनीकी दोष किसी भी समय दुर्घटना का कारण बन सकते हैं। उन्होंने सभी सोसायटी प्रबंधकों को चेतावनी दी है कि वे सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करें।

पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। आरोपितों से पूछताछ और तकनीकी जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि लिफ्ट और अन्य उपकरणों की सुरक्षा सुनिश्चित करना न केवल कंपनी की जिम्मेदारी है, बल्कि सोसायटी प्रबंधन की भी प्राथमिक जिम्मेदारी है।

इस घटना ने गाजियाबाद में सोसायटी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लोगों में चिंता बढ़ा दी है। निवासी अब सुरक्षा मानकों और आपातकालीन व्यवस्थाओं पर अधिक ध्यान देने की मांग कर रहे हैं। पुलिस और प्रशासन की तत्परता ही ऐसी घटनाओं को रोकने में मदद कर सकती है।

अंततः, एसोटेक दा नेस्ट सोसायटी की यह घटना समाज में सुरक्षा और जागरूकता की आवश्यकता को स्पष्ट रूप से दर्शाती है। लिफ्ट में फंसी मां-बेटी की सुरक्षा खतरे में पड़ने की घटना ने लोगों को यह संदेश दिया है कि साझा सुविधाओं की नियमित जांच और सुरक्षा उपकरणों का सही संचालन कितनी जरूरी है।