गाजियाबाद के लोनी में वेज बिरयानी में हड्डी मिलने से हड़कंप, पुलिस जांच में जुटी
गाजियाबाद जिले के लोनी इलाके में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक परिवार द्वारा खरीदी गई वेज बिरयानी में हड्डी मिलने का मामला सामने आया। इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल बन गया और पीड़ित परिवार ने इसे गंभीर लापरवाही बताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार, लोनी क्षेत्र में रहने वाले एक परिवार ने स्थानीय दुकान से वेज बिरयानी खरीदी थी। परिवार के सदस्यों का कहना है कि जब वे घर पर बैठकर भोजन कर रहे थे, तभी बिरयानी खाते समय उन्हें उसमें हड्डी का टुकड़ा मिला। वेज भोजन में हड्डी मिलने से परिवार के लोग हैरान रह गए और तुरंत दुकान पर जाकर इसकी शिकायत की।
पीड़ित परिवार का आरोप है कि उन्होंने स्पष्ट रूप से वेज बिरयानी ही मंगवाई थी, लेकिन इसके बावजूद खाने में हड्डी निकलना न केवल उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है, बल्कि स्वास्थ्य के लिहाज से भी गंभीर मामला है। परिवार का कहना है कि यदि हड्डी किसी के गले में फंस जाती, तो बड़ा हादसा हो सकता था।
घटना की जानकारी मिलते ही परिवार के सदस्य दुकानदार के पास पहुंचे और मामले को लेकर नाराजगी जताई। इस दौरान दुकानदार ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि यह अनजाने में हुई चूक हो सकती है। दुकानदार के अनुसार, किचन में वेज और नॉनवेज दोनों तरह के खाने की तैयारी होती है और संभव है कि इसी दौरान यह गलती हुई हो। हालांकि, दुकानदार की सफाई से पीड़ित परिवार संतुष्ट नहीं हुआ।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पीड़ित परिवार ने लोनी थाने में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत में उन्होंने खाद्य सामग्री में लापरवाही और उपभोक्ता अधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया है। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि खाने के सैंपल की जांच कराई जाएगी और यदि दुकानदार की लापरवाही सामने आती है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
घटना की खबर फैलते ही स्थानीय लोगों में भी नाराजगी देखने को मिली। लोगों का कहना है कि खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता को लेकर प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए। खासकर वेज और नॉनवेज खाने की अलग-अलग तैयारी और साफ-सफाई के नियमों का पालन न होना उपभोक्ताओं की सेहत और भावनाओं दोनों के लिए खतरा है।
पुलिस के साथ-साथ खाद्य सुरक्षा विभाग की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। स्थानीय लोगों की मांग है कि संबंधित दुकान की जांच की जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है और जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह मामला एक बार फिर खाद्य सुरक्षा और उपभोक्ता अधिकारों को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। आम लोगों का कहना है कि प्रशासन को इस तरह की लापरवाही पर सख्ती दिखानी चाहिए, ताकि लोगों का भरोसा खाद्य कारोबारियों पर बना रहे और इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।