शहर में आत्महत्या की पांच दर्दनाक घटनाएं, तीन युवतियों समेत पांच लोगों ने दी जान
शहर के विभिन्न थाना क्षेत्रों में रविवार देर रात से सोमवार सुबह के बीच आत्महत्या की पांच अलग-अलग घटनाओं से हड़कंप मच गया। इन मामलों में तीन युवतियों समेत कुल पांच लोगों ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। इनमें चार लोगों ने फांसी लगाकर आत्महत्या की, जबकि एक व्यक्ति ने जहरीला पदार्थ खा लिया। पुलिस ने सभी घटनास्थलों पर पहुंचकर जांच-पड़ताल की और फॉरेंसिक टीम की मदद से साक्ष्य जुटाते हुए शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
कल्याणपुर में युवती ने लगाई फांसी
कल्याणपुर थाना क्षेत्र के मकड़ीखेड़ा इलाके में रहने वाले सीएसए (चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय) से सेवानिवृत्त कर्मचारी रामगोपाल की बेटी ज्योति (26) ने रविवार देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। परिजनों के मुताबिक, ज्योति बीते कुछ समय से मानसिक तनाव में थी। हालांकि, आत्महत्या के पीछे कारणों की पुष्टि नहीं हो सकी है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दरवाजा तोड़ा और शव को नीचे उतरवाया। कमरे की तलाशी में कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के लोग भी एकत्र हो गए।
अन्य थाना क्षेत्रों से भी सामने आईं घटनाएं
कल्याणपुर की घटना के कुछ ही घंटों बाद शहर के अन्य थाना क्षेत्रों से भी आत्महत्या की खबरें सामने आईं। इनमें एक युवती ने प्रेम-प्रसंग के चलते फांसी लगा ली, तो वहीं एक अन्य महिला ने घरेलू कलह से परेशान होकर जान दे दी। चौथी घटना में एक युवक ने प्रेम में धोखा मिलने के कारण गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली। पांचवीं घटना में युवक ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। हालांकि, उसे अस्पताल ले जाया गया लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई।
पुलिस जुटा रही सुराग, फॉरेंसिक टीम जांच में लगी
सभी घटनाओं के बाद संबंधित थानों की पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन शुरू कर दी। फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थलों से नमूने एकत्र किए हैं ताकि आत्महत्या के पीछे की वजहों का पता लगाया जा सके। पुलिस के मुताबिक, शुरुआती जांच में कुछ मामलों में पारिवारिक कलह और मानसिक अवसाद की बातें सामने आ रही हैं, लेकिन जांच पूरी होने के बाद ही सटीक कारणों का खुलासा हो सकेगा।
मानसिक स्वास्थ्य पर उठे सवाल
शहर में एक ही दिन में आत्महत्या की इतनी घटनाओं ने न सिर्फ प्रशासन को बल्कि आम जनता को भी झकझोर कर रख दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि मानसिक स्वास्थ्य को लेकर गंभीरता से कदम उठाने की जरूरत है। कई बार अवसाद या भावनात्मक परेशानी में लोग ऐसा कठोर कदम उठा लेते हैं।
फिलहाल पुलिस ने सभी मामलों की जांच शुरू कर दी है और परिजनों से पूछताछ कर रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। शहरवासियों से अपील की गई है कि वे मानसिक तनाव या पारिवारिक परेशानी होने पर आत्मघाती कदम न उठाएं, बल्कि समय रहते सहायता लें।