सेक्टर-70 में चल रहा फर्जी इंटरनेशनल कानून प्रवर्तन संगठन, सरगना विभाषचंद्र अधिकारी शातिर ठग
सेक्टर-70 में स्थित एक दफ्तर में ‘इंटरनेशनल पुलिस एंड क्राइम इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो’ (आईपीसीआईबी) नामक फर्जी संगठन चलाया जा रहा है, जिसके सरगना विभाषचंद्र अधिकारी को पुलिस ने शातिर किस्म का ठग बताया है। यह व्यक्ति नकली इंटरनेशनल कानून प्रवर्तन संगठन बनाकर आम लोगों को ठगने का काम करता रहा है।
सूत्रों के अनुसार, यह फर्जी संगठन लोगों को यह विश्वास दिलाता था कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपराधों की जांच करता है और उनके लिए प्रभावी कार्रवाई करवा सकता है। विभाषचंद्र अधिकारी ने इस झूठे संगठन के जरिए बड़ी संख्या में लोगों को भ्रमित किया और उनसे भारी रकम ऐंठी। उसके इस गिरोह की पूरी योजना धोखाधड़ी और ठगी पर आधारित थी।
पुलिस ने बताया कि आईपीसीआईबी के नाम से चलने वाले इस संगठन के खिलाफ शिकायतें लगातार बढ़ रही थीं। विभिन्न शहरों से कई लोग शिकायत लेकर आए कि उन्हें इस फर्जी संगठन ने धमकाया और उनसे अवैध धनराशि वसूली गई। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि यह संगठन पूरी तरह नकली है और इसके पास कोई कानूनी अथॉरिटी नहीं है।
विभाषचंद्र अधिकारी ने अपने दफ्तर को इस तरह सजाया था कि वह किसी वास्तविक अंतरराष्ट्रीय एजेंसी जैसा लगे। इसके कर्मचारी भी उसी तरह के वेशभूषा में रहते थे, जिससे लोग आसानी से फंस जाते थे। उन्होंने कई लोगों को झांसा दिया कि उनकी सुरक्षा और समस्याओं का समाधान केवल इसी संगठन के माध्यम से हो सकता है।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे ऐसी किसी भी संस्था से सतर्क रहें जो खुद को सरकारी या अंतरराष्ट्रीय एजेंसी के तौर पर पेश करती हो, लेकिन उसका कोई वैध प्रमाणपत्र न हो। उन्होंने कहा कि ठगी और धोखाधड़ी के मामलों में तुरंत स्थानीय पुलिस से संपर्क करें।
इस मामले की जांच चल रही है और पुलिस जल्द ही विभाषचंद्र अधिकारी समेत अन्य शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने की योजना बना रही है। अधिकारियों का कहना है कि वे ऐसे ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे ताकि आम जनता सुरक्षित महसूस कर सके।
स्थानीय नागरिकों में इस फर्जी संगठन के खुलासे के बाद राहत की लहर है। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे ठगों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए। उनका मानना है कि जागरूकता बढ़ाने से ही ऐसे मामलों को रोका जा सकता है।
पुलिस प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए सेक्टर-70 में अन्य संदिग्ध संगठनों पर भी नजर रखने का निर्णय लिया है ताकि कोई और ठगी का शिकार न बने। इसके अलावा, विभाग ने लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान भी शुरू किया है।