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पूर्व फौजी ने पुलिस को चकमा देने के लिए रची अपनी हत्या की साजिश, एसटीएफ ने दबोच लिया

 

अछनेरा क्षेत्र के रहने वाले हिस्ट्रीशीटर और पूर्व फौजी हुसन सिंह ने पुलिस को चकमा देने के लिए खुद की हत्या का षड्यंत्र रच दिया। वर्ष 2024 में मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में उसने एक व्यक्ति की हत्या कर शव जला दिया और शव के पास अपना आईडी कार्ड रख दिया। यह चालाकी पुलिस को गुमराह करने के लिए की गई थी, ताकि उसे हत्या के मामले में गिरफ्तार न किया जा सके।

पुलिस ने जब मामले की जांच की तो हकीकत सामने आ गई कि हत्या हुसन सिंह ने की थी और शव के पास उसका आईडी कार्ड जानबूझकर रखा गया था। इसके बाद आरोपी मुंबई भाग गया। लंबे समय तक पुलिस की कार्रवाई कम होने के कारण हुसन सिंह घर लौट आया और बृहस्पतिवार को एसटीएफ ने उसे उसके गांव कचौरा स्थित मंदिर के पास दबोच लिया।

एसटीएफ अधिकारियों ने बताया कि आरोपी को पुराने मुकदमों में दर्ज अपराधों के तहत थाने में दाखिल कर दिया गया है। वहीं, मध्य प्रदेश पुलिस भी मामले की गंभीरता को देखते हुए आगरा पहुंच गई है और आरोपी को अपने क्षेत्र में गिरफ्तार करने के लिए कार्रवाई में शामिल हुई है।

स्थानीय पुलिस और एसटीएफ ने कहा कि हुसन सिंह के खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि पूर्व फौजी होने के कारण आरोपी को अपनी गतिविधियों में काफी अनुभव था और पुलिस को चकमा देने के लिए उसने यह जाल रचा। हालांकि, एसटीएफ की सतर्कता और अभियान के कारण आखिरकार आरोपी पकड़ा गया।

विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के अपराधी अपने अनुभव और चालाकी का इस्तेमाल कर पुलिस की नजरों से बचने की कोशिश करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे मामलों में सतर्कता, गहन जांच और अंतरराज्यीय सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।

आगरा और मध्य प्रदेश पुलिस ने दोनों राज्यों के सहयोग से आरोपी की गिरफ्तारी को एक बड़ी सफलता बताया। अधिकारीयों ने आश्वासन दिया कि आरोपी को जल्द ही न्यायालय में पेश किया जाएगा और उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

स्थानीय लोग इस गिरफ्तारी से संतुष्ट हैं और पुलिस की सक्रियता की सराहना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधियों को गिरफ्तार कर न्याय दिलाना समाज और नागरिकों के लिए सुरक्षा की भावना को बढ़ाता है।

हुसन सिंह की गिरफ्तारी ने यह स्पष्ट कर दिया कि पुलिस और एसटीएफ द्वारा आपराधिक गतिविधियों की जांच और गिरफ्तारी के लिए लगातार कार्रवाई की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि भविष्य में भी ऐसे अपराधियों के खिलाफ सतर्कता और तत्परता जारी रहेगी।

इस घटना ने यह भी दिखाया कि अपराधी चाहे कितने भी चालाक क्यों न हों, लेकिन कानून की पकड़ से बच पाना मुश्किल है। हुसन सिंह की गिरफ्तारी समाज और कानून के प्रति विश्वास को मजबूती प्रदान करती है।