पूर्व मंत्री के बेटे समेत 32 लोगों पर जमीन घोटाले में केस दर्ज, फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी से बेची गई कृषि भूमि
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देहात कोतवाली क्षेत्र के गांव दाबकी जुनारदार में एक बड़ा जमीन घोटाला सामने आया है। इस मामले में पीड़ित सन्नी भाटिया की शिकायत पर पुलिस ने पूर्व मंत्री के बेटे सहित 32 लोगों के खिलाफ दो अलग-अलग एफआईआर दर्ज की हैं। आरोपियों पर धोखाधड़ी, जालसाजी और धमकी देने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी के आधार पर सन्नी भाटिया की कृषि भूमि और ईंट भट्ठे की जमीन को अवैध तरीके से बेच दिया। इस घोटाले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित को जमीन पर अतिक्रमण की जानकारी मिली और उसने दस्तावेज खंगालने शुरू किए।
क्या है पूरा मामला?
शिकायतकर्ता सन्नी भाटिया का कहना है कि उसकी पुश्तैनी जमीन, जो खेती के साथ-साथ ईंट भट्ठे के संचालन में प्रयोग होती है, उसे कुछ लोगों ने मिलीभगत कर फर्जी दस्तावेजों के जरिए बेच दिया। जांच में यह बात सामने आई कि इस काम के लिए एक जाली पावर ऑफ अटॉर्नी तैयार की गई, जिसमें सन्नी भाटिया के हस्ताक्षर और अन्य जानकारी फर्जी तरीके से जोड़ी गई थी।
पुलिस जांच में यह भी पता चला कि इस फर्जीवाड़े में प्रभावशाली लोगों की भूमिका रही है, जिनमें एक पूर्व मंत्री का बेटा भी शामिल है।
FIR में कौन-कौन नामजद?
दर्ज दो मुकदमों में कुल 32 लोगों को नामजद किया गया है। इनमें से कुछ आरोपी स्थानीय स्तर पर प्रभावशाली माने जाते हैं, जबकि कुछ दस्तावेजों की तैयारी और लेनदेन में सीधे तौर पर शामिल थे।
पुलिस ने बताया कि संबंधित धाराएं आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी), 467 (जालसाजी), 468 (धोखाधड़ी के लिए कूटरचना), 471 (जाली दस्तावेजों का प्रयोग), और 506 (धमकी देना) के तहत केस दर्ज किया गया है।
पुलिस की कार्रवाई शुरू
सहारनपुर पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक विशेष जांच टीम (SIT) गठित कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
थाना देहात कोतवाली के प्रभारी ने बताया, “शिकायत और प्रारंभिक जांच के आधार पर मुकदमे दर्ज कर लिए गए हैं। मामले की जांच में तेजी लाई जा रही है, और जरूरी साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।”
राजनीतिक हलकों में हलचल
चूंकि इस मामले में एक पूर्व मंत्री के बेटे का नाम सामने आया है, इसलिए राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को लेकर शासन और प्रशासन पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।
पीड़ित की मांग
पीड़ित सन्नी भाटिया ने मांग की है कि आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी हो और उसकी जमीन वापस दिलाई जाए। साथ ही उसने पूरे प्रकरण की निष्पक्ष न्यायिक जांच की भी मांग की है।