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राजद की पूर्व विधायक बीमा भारती को EOU का नोटिस, विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में जांच तेज

 

बिहार की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है। राजद (राष्ट्रीय जनता दल) की पूर्व विधायक बीमा भारती को आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने नोटिस जारी किया है। उन पर आरोप है कि वे फरवरी 2024 में एनडीए सरकार द्वारा जीते गए विश्वास मत से पहले विधायकों की खरीद-फरोख्त के एक कथित प्रयास में शामिल थीं। इस मामले में बीमा भारती के साथ तीन अन्य लोगों — प्रमोद कुमार, संजय पटेल और सनी कुमार को भी नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया गया है।

क्या है पूरा मामला?

फरवरी 2024 में बिहार की एनडीए सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल किया था, लेकिन इसके पूर्व विपक्षी दलों की ओर से विधायकों की खरीद-फरोख्त के गंभीर आरोप लगाए गए थे। उसी संदर्भ में EOU ने इस प्रकरण की जांच शुरू की थी। अब, जांच के क्रम में बीमा भारती और अन्य तीन व्यक्तियों की भूमिका पर सवाल खड़े हुए हैं।

इन पर आरोप है कि उन्होंने राजद विधायक सुधांशु शेखर को प्रभावित करने और पार्टी लाइन से अलग वोटिंग के लिए प्रेरित करने की कोशिश की थी। ईओयू की टीम को इस संबंध में कुछ ऑडियो क्लिप, कॉल डिटेल और व्हाट्सएप चैट की जानकारी मिली है, जिसे आधार बनाकर जांच की जा रही है।

पूछताछ के लिए बुलाया गया

ईओयू द्वारा जारी नोटिस में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि बीमा भारती, प्रमोद कुमार, संजय पटेल और सनी कुमार को पूछताछ के लिए उपस्थित होना है, हालांकि उन्हें किस तारीख को बुलाया गया है, इसका स्पष्ट उल्लेख नहीं किया गया है। माना जा रहा है कि यह पूछताछ इस सप्ताह के अंत या अगले सप्ताह की शुरुआत में की जा सकती है।

सूत्रों के अनुसार, अगर पूछताछ में संलिप्तता के पुख्ता सबूत मिलते हैं, तो इस मामले में एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है।

बीमा भारती की प्रतिक्रिया

इस पूरे मामले पर बीमा भारती की ओर से फिलहाल कोई सार्वजनिक बयान नहीं आया है। हालांकि, राजद से जुड़े कुछ नेताओं ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है। उनका कहना है कि एनडीए सरकार द्वारा विपक्ष को कमजोर करने और जनता का ध्यान मूल मुद्दों से भटकाने के लिए इस तरह की जांच कराई जा रही है।

ईओयू की जांच और राजनीतिक असर

EOU की यह कार्रवाई बिहार की राजनीतिक सरगर्मियों को और तेज कर सकती है। विधायकों की खरीद-फरोख्त जैसे मामलों की जांच ने पहले भी कई बार सरकारों की स्थिरता को प्रभावित किया है। अगर बीमा भारती या अन्य पर आरोप सिद्ध होते हैं, तो यह राजद के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है।