आठ वर्षीय मासूम का दिल दहला देने वाला दर्द, अस्पताल में रोते हुए अपने पिता और दादी को ढूंढता रहा
बुलंदशहर जिले के खुर्जा स्थित कैलाश अस्पताल में भर्ती आठ वर्षीय प्रिंस का दिल दहला देने वाला दर्दनाक अनुभव सामने आया है। जब वह होश में आया, तो अपने पिता विनोद (35) और दादी रामबेटी (65) को ढूंढता हुआ अस्पताल के बिस्तर पर रोते हुए उनकी आवाजें लगा रहा था। लेकिन यह मासूम लड़का यह नहीं जानता था कि उसके पिता और दादी अब इस दुनिया में नहीं रहे।
घटना के अनुसार, विनोद और रामबेटी, दोनों ही गंभीर रूप से घायल हुए थे और इलाज के लिए अस्पताल लाए गए थे। स्वास्थ्यकर्मी उनके उपचार में व्यस्त थे, लेकिन मासूम प्रिंस को यह समझ में नहीं आ रहा था कि उसके परिवार के सदस्य उसके पास क्यों नहीं हैं। चारों ओर बिस्तर पर सिर्फ घायल पड़े हुए थे, और प्रिंस उन दोनों को ढूंढने के लिए बार-बार रोते हुए उन्हें आवाज़ लगा रहा था।
स्वास्थ्यकर्मियों ने प्रिंस को चुप कराते हुए उसे आराम करने की सलाह दी, लेकिन बच्चा अपने पिता और दादी के बारे में जानने के लिए बेताब था। प्रिंस को यह पता नहीं था कि उस घनघोर दर्दनाक घटना में उसके माता-पिता और दादी की जान चली गई थी। अस्पताल में जब तक यह मासूम जान पाया कि उसकी पूरी दुनिया अब उजड़ चुकी है, उसे अपने सबसे करीबी रिश्तों के बारे में एक कड़वी सच्चाई का सामना करना पड़ा।
इस घटना ने हर किसी को रुला दिया। एक मासूम का यह दर्द उसकी मासूमियत में छुपा था। वह न केवल अपने पिता और दादी की तलाश कर रहा था, बल्कि शायद यह भी जानने की कोशिश कर रहा था कि उसकी दुनिया अचानक क्यों बदल गई। यह घटना एक बार फिर परिवार और रिश्तों के महत्व को सामने लाती है, और हमें यह एहसास कराती है कि जीवन कितनी अनिश्चितता से भरा होता है।
मासूम प्रिंस के साथ हुई इस दर्दनाक घटना ने हर किसी का दिल तोड़ दिया है। उसे इस दुखद सच्चाई का सामना कराना बेहद मुश्किल था, लेकिन अब सवाल यह उठता है कि इस बच्चे का भविष्य किस दिशा में जाएगा और उसकी देखभाल करने वाले लोग कौन होंगे। इस दर्दनाक हादसे ने यह भी साबित किया कि जब परिवार टूटता है, तो उस टूटने से जो गहरी मानसिक और भावनात्मक चोटें आती हैं, वह अवर्णनीय होती हैं।