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उतरौला में ईडी की कार्रवाई पूरी: 106 करोड़ की संपत्तियों का खुलासा, छांगुर पर गंभीर आरोप

 

बलरामपुर के उतरौला क्षेत्र में बृहस्पतिवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी बहुचर्चित जांच पूरी कर ली। यह कार्रवाई कथित अवैध धर्मांतरण और देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त आरोपी छांगुर को लेकर की जा रही थी। ईडी की इस जांच में चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं, जिसमें आरोपी की 106 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों का पता चला है।

छांगुर पर आरोप है कि उसने सुनियोजित तरीके से अवैध धर्मांतरण कराए और इसके बदले में विदेशी फंडिंग भी हासिल की। ईडी की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, धर्मांतरण के इन मामलों में विदेशी संगठनों से आर्थिक सहायता मिली, जिससे छांगुर ने भारी संपत्ति अर्जित की। जांच एजेंसी ने उतरौला में स्थित उसकी चल-अचल संपत्तियों की छानबीन की, जिसमें जमीन, मकान और बैंक खातों में जमा रकम शामिल है।

जानकारी के अनुसार, ईडी की टीम ने क्षेत्र में कई स्थानों पर दबिश देकर रिकॉर्ड जब्त किए और कुछ महत्वपूर्ण गवाहों से पूछताछ भी की। जांच के बाद ईडी ने कुछ स्थानीय लोगों को "जांच पूरी होने" की सूचना वाली पर्चियां भी सौंपी हैं। ये पर्चियां उन लोगों को दी गईं हैं जो इस मामले में किसी न किसी रूप में पूछताछ के दायरे में आए थे।

स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के सहयोग से चली इस कार्रवाई के बाद अब उतरौला सहित पूरे बलरामपुर जिले में चर्चा का विषय यही है कि ईडी अगला कदम क्या उठाएगी। क्या छांगुर की संपत्तियां जब्त की जाएंगी? क्या उसे औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया जाएगा या उससे जुड़ी फंडिंग श्रृंखला का खुलासा होगा?

ईडी के सूत्रों का कहना है कि जांच से प्राप्त साक्ष्यों और दस्तावेज़ों के आधार पर कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी। यदि विदेशी फंडिंग का उपयोग गैरकानूनी गतिविधियों में हुआ है तो मनी लॉन्ड्रिंग और विदेशी योगदान नियंत्रण अधिनियम (FCRA) के तहत भी कड़ी कार्रवाई हो सकती है।

स्थानीय लोगों में इस कार्रवाई को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली है। कुछ लोग इसे प्रशासन की सख्ती और पारदर्शिता की मिसाल मान रहे हैं, जबकि कुछ लोगों को यह आशंका है कि इस तरह की जांचों का असर सामाजिक सौहार्द पर भी पड़ सकता है।

फिलहाल ईडी ने आधिकारिक तौर पर पूरी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की है, लेकिन जो तथ्य सामने आए हैं, वे यह स्पष्ट करते हैं कि उतरौला में वर्षों से चल रही संदिग्ध गतिविधियों की परतें अब खुल रही हैं। आने वाले दिनों में इस मामले में और भी खुलासे होने की संभावना जताई जा रही है।