प्लॉट कब्जा, धमकी और रंगदारी के मामले में धीरज उपाध्याय समेत आठ आरोपियों पर कोर्ट का शिकंजा, गैर जमानती वारंट जारी
शहर के चकेरी थाना क्षेत्र में एक विवादित प्लॉट को लेकर चल रहे आपराधिक मामले में धीरज उपाध्याय उर्फ दीनू और उसके सात साथियों पर अदालत ने सख्त रुख अपनाया है। कोर्ट ने शुक्रवार को इन सभी आरोपियों के खिलाफ गैर जमानती वारंट (NBW) जारी किया है। मामला प्लॉट पर अवैध कब्जा, धमकी देना, रंगदारी मांगना और आपराधिक षड्यंत्र रचना से जुड़ा हुआ है।
इन आरोपियों पर जारी हुए गैर जमानती वारंट:
-
धीरज उपाध्याय उर्फ दीनू
-
अधिवक्ता अनूप शुक्ला
-
रचित पाठक
-
संजय उपाध्याय
-
दीपक जादौन
-
अमन शुक्ला
-
धीरज दुबे
-
नीरज दुबे
इन सभी के खिलाफ कई आपराधिक मामलों में जांच और तलाश जारी है। पुलिस को इनके लंबे समय से फरार रहने की सूचना है, जिसके चलते अदालत ने इनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के लिए गैर जमानती वारंट जारी करने का आदेश दिया है।
क्या है मामला?
सूत्रों के अनुसार, चकेरी क्षेत्र में स्थित एक मूल्यवान प्लॉट को कब्जाने के लिए आरोपियों ने साजिश रचकर मालिक को धमकी दी, रंगदारी मांगी और कब्जे की कोशिश की। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की, और विवेचना के दौरान आरोपियों की संलिप्तता सामने आई।
मामला न्यायालय में विचाराधीन था, लेकिन आरोपी लगातार पेशी से बचते रहे, जिसके कारण अदालत ने कड़ा रुख अपनाते हुए NBW जारी कर दिया।
पुलिस की कार्रवाई तेज
गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित कर दी हैं। चकेरी थाना प्रभारी ने बताया कि सभी आरोपियों की लोकेशन ट्रैक की जा रही है और जल्दी ही गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।
आरोपियों का आपराधिक इतिहास
धीरज उपाध्याय उर्फ दीनू और उसके सहयोगियों के खिलाफ कई आपराधिक केस पहले से दर्ज हैं, जिनमें जमीन विवाद, रंगदारी वसूली, धमकी देना और मारपीट शामिल हैं।
पुलिस सूत्रों की मानें तो यह एक संगठित गिरोह की तरह कार्य करता है, जो कानूनी प्रक्रियाओं से बचते हुए अवैध तरीके से संपत्ति कब्जाने की कोशिश करता रहा है।