20 लाख की डिमांड और तलाक का दबाव! मानसिक तनाव में डूबे पति ने उठाया खौफनाक कदम, पीछे छूट गई दर्दनाक चिट्ठी
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक युवक ने पत्नी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। मृतक अंकित गोयल डिप्टीगंज का रहने वाला था और उसने बुलंदशहर के एक होटल में जहर खाकर जान दे दी। अंकित की मां ने बहू पर आरोप लगाते हुए कहा कि उसकी प्रताड़ना से परेशान होकर अंकित ने यह कदम उठाया। हालांकि, अभी तक अंकित के शव के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है। घटना कोतवाली नगर क्षेत्र के काले आम इलाके की है। अंकित गोयल का शव यहां एक होटल के कमरे में मिला। अंकित की मौत के बाद उसकी मां ने उसकी पत्नी मेधा दुबे पर उसे प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
20 लाख रुपये मांग रही थी मेधा
अंकित की मां का आरोप है कि मेधा उस पर तलाक का दबाव बना रही थी और तलाक के लिए 20 लाख रुपये मांग रही थी। दोनों काफी समय से अलग रह रहे थे। अंकित ने कई बार मेधा को साथ रहने के लिए मनाने की कोशिश की थी, लेकिन मेधा नहीं मानी। आखिरकार अंकित ने होटल के एक कमरे में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। अंकित की माँ ने बताया कि मेधा का किसी अन्य युवक से भी प्रेम-प्रसंग चल रहा था। दूसरा युवक भी मैनपुरी का ही रहने वाला है।
अंकित के परिजनों ने उसकी पत्नी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई
अंकित के परिजनों ने कोतवाली नगर थाने में मेधा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जाँच शुरू कर दी है। अंकित ने 1 अगस्त को ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली थी। अंकित की मौत की सूचना मेधा तक पहुँच गई, लेकिन वह अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हुईं। कोतवाली नगर थाना प्रभारी ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतक के परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस मामले की जाँच कर रही है। इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
2017 में हुआ था प्रेम विवाह
अंकित की माँ ने बताया कि दोनों की मुलाकात 2016 में हुई थी। वे एक बैंक में साथ काम करते थे। इसी दौरान अंकित और मेधा में प्यार हो गया। वर्ष 2017 में अंकित ने मेघा दुबे से प्रेम विवाह किया था। अंकित की माँ ने बताया कि यह विवाह दोनों की सहमति से हुआ था। हालाँकि, शादी के बाद दोनों के बीच अनबन रहने लगी। मेधा का किसी और के साथ अफेयर चल रहा था। अंकित ने उसे कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन मेधा नहीं मानी और आखिरकार निराश होकर अंकित ने मौत को गले लगाना ही बेहतर समझा।