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ट्रेनों में टीटीई की बढ़ती मनमानी पर बवाल, चंडीगढ़-लखनऊ सुपरफास्ट में यात्री से मारपीट, ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस में बुजुर्गों से बदसलूकी

 

भारतीय रेलवे में टिकट चेकिंग स्टाफ यानी टीटीई की मनमानी एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। ताजा मामलों में दो अलग-अलग ट्रेनों में टीटीई द्वारा यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की घटनाएं सामने आई हैं। चंडीगढ़ से लखनऊ जा रही सुपरफास्ट ट्रेन में एक यात्री के साथ टीटीई की मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वहीं ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस में टीटीई द्वारा बुजुर्ग यात्रियों से की गई बदसलूकी को लेकर यात्रियों ने डीआरएम से शिकायत दर्ज कराई है।

चंडीगढ़-लखनऊ सुपरफास्ट में यात्री को पीटा

मिली जानकारी के अनुसार, चंडीगढ़-लखनऊ सुपरफास्ट ट्रेन में बुधवार रात एक यात्री और टीटीई के बीच टिकट को लेकर कहासुनी हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यात्री के पास रिजर्वेशन से जुड़ी कुछ समस्या थी, जिस पर वह टीटीई से बात कर रहा था। इसी दौरान बहस इतनी बढ़ गई कि टीटीई ने आपा खो दिया और यात्री के साथ मारपीट शुरू कर दी। ट्रेन में मौजूद अन्य यात्रियों ने बीच-बचाव कर किसी तरह स्थिति को संभाला।

इस घटना का वीडियो किसी यात्री ने अपने मोबाइल पर रिकॉर्ड कर लिया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि टीटीई यात्री को धक्का दे रहा है और उसे पीटने की कोशिश कर रहा है। इस घटना ने रेलवे प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस में बुजुर्गों से बदसलूकी

एक अन्य मामला ग्वालियर-बरौनी एक्सप्रेस से जुड़ा है, जहां बुजुर्ग यात्रियों के साथ टीटीई द्वारा अभद्र भाषा में बात करने और सीट से जबरन हटाने का आरोप लगा है। पीड़ित यात्रियों ने ग्वालियर में स्टेशन पर उतरकर इसकी लिखित शिकायत डीआरएम कार्यालय में दी। शिकायत में यात्रियों ने बताया कि टीटीई ने न केवल उनके साथ दुर्व्यवहार किया, बल्कि धमकी भी दी कि "रेलवे में हमारा कुछ नहीं बिगड़ेगा"।

रेलवे प्रशासन के रवैये पर उठे सवाल

दोनों मामलों ने रेलवे में यात्रियों की सुरक्षा और सम्मान को लेकर गंभीर चिंता खड़ी कर दी है। सोशल मीडिया पर लोग रेलवे प्रशासन से सवाल पूछ रहे हैं कि क्या आम यात्री अब सुरक्षित यात्रा भी नहीं कर सकता? साथ ही, दोषी टीटीई के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी की जा रही है।

रेलवे का पक्ष और संभावित कार्रवाई

रेलवे सूत्रों के अनुसार, दोनों मामलों की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। संबंधित टीटीई की पहचान की जा रही है और प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। रेलवे बोर्ड ने भी इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए संबंधित जोनों से रिपोर्ट मांगी है।