विश्व युवा कौशल दिवस पर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में कौशल मेला, सीएम योगी ने किया उद्घाटन
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मंगलवार को विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भव्य कौशल मेले का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश के युवाओं को आधुनिक तकनीक और एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) आधारित प्रशिक्षण से जोड़ने के महत्व पर जोर दिया।
यह आयोजन राज्य के 75 जिलों में संचालित कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्रों से जुड़े युवाओं के लिए किया गया, जो एआई नवाचार और तकनीकी दक्षता के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। मेले का उद्देश्य युवाओं को डिजिटल युग के अनुरूप कौशलयुक्त बनाना और उन्हें स्वरोजगार या रोजगार के अवसरों से जोड़ना है।
युवाओं को मिल रही तकनीकी दक्षता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तर प्रदेश अब केवल पारंपरिक रोजगार तक सीमित नहीं है, बल्कि यहां के युवा अब ड्रोन तकनीक, डेटा एनालिटिक्स, एआई और मशीन लर्निंग जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों में भी तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने 'मिशन रोजगार' और 'स्किल डेवलपमेंट' के जरिए लाखों युवाओं को आत्मनिर्भर बनाया है।
सीएम योगी ने कहा,
“युवा शक्ति को अगर सही दिशा, संसाधन और प्रशिक्षण मिले तो वे प्रदेश और देश दोनों की तस्वीर बदल सकते हैं। कौशल विकास ही उत्तर प्रदेश को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का माध्यम बनेगा।”
स्टॉल, लाइव डेमो और प्लेसमेंट
कौशल मेले में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी कंपनियों और तकनीकी संस्थानों ने अपने स्टॉल लगाए, जहां युवाओं को लाइव डेमो के माध्यम से नई तकनीकों की जानकारी दी गई। ड्रोन संचालन, रोबोटिक्स, एआई सॉल्यूशंस, 3डी प्रिंटिंग और साइबर सिक्योरिटी जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षुओं ने अपने प्रोजेक्ट्स भी प्रदर्शित किए।
इसके साथ ही मेले में रोजगार संवाद और प्लेसमेंट ड्राइव भी आयोजित किए गए, जिनमें कई कंपनियों ने योग्य युवाओं को नौकरी के अवसर दिए।
75 जिलों से आए प्रशिक्षु
इस मेले में प्रदेश के 75 जिलों से चयनित एआई आधारित प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रशिक्षुओं ने हिस्सा लिया। सभी प्रशिक्षुओं को उनके क्षेत्रीय अनुभव और कौशल के अनुसार मंच प्रदान किया गया, जिससे वे अपनी प्रतिभा और नवाचारों को दर्शा सकें।