लखनऊ के रोजगार महाकुंभ में भारी अव्यवस्था, युवक परेशान
राजधानी लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित रोजगार महाकुंभ में भारी अव्यवस्थाओं की वजह से युवाओं को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ा। रोजगार के इस आयोजन में हजारों की संख्या में पहुंचे युवाओं को अपनी नौकरी के अवसर तलाशने के लिए पहले तो पसीने छूट गए, और फिर व्यवस्थाओं की कमी के कारण उनका धैर्य भी जवाब दे गया।
सभी युवाओं का उद्देश्य इस महाकुंभ के माध्यम से नौकरी प्राप्त करना था, लेकिन प्रशासन की नाकामी ने इस आयोजन को बहुत ही परेशानियों का सामना कराया। बेरोजगार युवाओं के लिए यह मौका उम्मीदों से भरा हुआ था, लेकिन जगह-जगह की अव्यवस्था और भीड़-भाड़ ने माहौल को बिगाड़ दिया।
लोगों की इतनी अधिक भीड़ जमा हो गई कि रोजगार स्टॉल तक पहुंचने के लिए युवाओं को घंटों इंतजार करना पड़ा, जिससे उन्हें असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। भीड़ इतनी बेकाबू हो गई कि इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के सभागार में लगे शीशे के दरवाजे तक तोड़ दिए गए। इससे न केवल सुरक्षा की दृष्टि से चिंता पैदा हुई, बल्कि आयोजन की पूरी व्यवस्था पर सवाल भी उठे।
युवाओं का आरोप था कि प्रशासन ने स्टॉल्स के बीच उचित जगह की व्यवस्था नहीं की थी, जिसके कारण उन्हें एक जगह से दूसरी जगह तक जाने में भारी परेशानी हुई। इसके अलावा, स्टॉल्स के पास कर्मचारियों की कमी भी थी, जो युवाओं को सही दिशा में मार्गदर्शन कर सकें। एक ओर जहां रोजगार महाकुंभ के आयोजन को युवाओं के लिए एक बड़ी संभावना माना जा रहा था, वहीं दूसरी ओर प्रशासन की अव्यवस्थाओं ने इस अवसर को एक अव्यवस्था में बदल दिया।
भीड़ नियंत्रण की कोई खास व्यवस्था न होने के कारण, युवाओं के बीच हताशा का माहौल बन गया था। कई युवा अपने संपर्क जानकारी या दस्तावेज़ों के साथ स्टॉल्स तक पहुंचने में नाकाम रहे। आयोजन स्थल पर अधिकतर लोग एक दूसरे के साथ धक्का-मुक्की करते हुए भीड़ से निकलने की कोशिश कर रहे थे।
इस दौरान, कुछ युवाओं ने सोशल मीडिया पर इस अव्यवस्था की तस्वीरें और वीडियो भी साझा की, जिनमें स्पष्ट रूप से दिख रहा था कि व्यवस्थाओं की भारी कमी थी। यह सवाल उठने लगा है कि जब लाखों युवाओं के रोजगार के लिए एक आयोजन किया जाता है, तो क्या प्रशासन को इससे संबंधित सभी आवश्यक तैयारियां पहले से करनी चाहिए थी?
अब सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर भविष्य में इस तरह के आयोजनों में बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करेगा? लखनऊ के रोजगार महाकुंभ का यह आयोजन युवाओं के लिए एक अवसर था, लेकिन प्रशासन की नाकामी ने इसे एक विफलता में तब्दील कर दिया।