केंद्र का उम्मीद पोर्टल: प्रदेश की बड़ी संख्या में वक्फ संपत्तियों का पंजीकरण अधूरा, अंतिम तिथि शुक्रवार
केंद्र सरकार के उम्मीद पोर्टल पर प्रदेश की वक्फ संपत्तियों का पंजीकरण कराने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है, लेकिन अब तक 60 हजार से ज्यादा संपत्तियों का पंजीकरण अधूरा है। सुन्नी और शिया वक्फ बोर्डों में कुल 1,33,785 अवकाफ (संपत्तियां) दर्ज हैं, लेकिन अब तक केवल 62,837 संपत्तियों का ही पंजीकरण पोर्टल पर सफलतापूर्वक किया जा सका है।
अधिकारियों ने बताया कि उम्मीद पोर्टल पर संपत्तियों का पंजीकरण कराने की अंतिम तिथि शुक्रवार को समाप्त हो रही है। इसके बाद पंजीकरण प्रक्रिया पूरी नहीं करने वाली संपत्तियों के लिए कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
वक्फ बोर्डों के आंकड़ों के अनुसार, अभी भी 68 हजार सुन्नी और 2,948 शिया वक्फ संपत्तियों का विवरण पोर्टल पर अपलोड होना बाकी है। इस स्थिति को देखते हुए अधिकारी चिंतित हैं कि समय सीमा समाप्त होने से बड़ी संख्या में संपत्तियां पोर्टल पर पंजीकृत नहीं हो पाएंगी।
उम्मीद पोर्टल के माध्यम से वक्फ संपत्तियों का पंजीकरण कराने का उद्देश्य संपत्तियों का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार करना और उनके सही उपयोग व निगरानी को सुनिश्चित करना है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि संपत्तियों का पंजीकरण समय पर पूरा नहीं हुआ, तो न केवल वक्फ बोर्डों की योजना प्रभावित होगी, बल्कि संपत्तियों के विवाद और ग़लत उपयोग की संभावना भी बढ़ जाएगी।
सुन्नी वक्फ बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया, “हमने संपत्तियों का विवरण पोर्टल पर अपलोड करने की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन कुछ तकनीकी और प्रशासनिक समस्याओं के कारण पूरी संख्या अभी तक पंजीकृत नहीं हो पाई है। हमारी टीम अंतिम दिनों में तेजी से कार्य कर रही है ताकि अधिक से अधिक संपत्तियों का पंजीकरण समय पर पूरा हो सके।”
शिया वक्फ बोर्ड ने भी यह कहा कि उन्होंने पंजीकरण के लिए जागरूकता अभियान चलाया और संपत्ति मालिकों से संपर्क कर विवरण जुटाया। लेकिन अभी भी कुछ संपत्तियों के दस्तावेज अधूरे हैं, जिन्हें अंतिम दिनों में पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि वक्फ संपत्तियों का सही पंजीकरण न केवल कानून और प्रशासन की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह धार्मिक और सामाजिक दृष्टि से भी आवश्यक है। इससे संपत्तियों का सही उपयोग सुनिश्चित किया जा सकेगा और उनके दुरुपयोग को रोका जा सकेगा।
पंजीकरण की अंतिम तिथि को देखते हुए वक्फ बोर्ड और प्रशासन ने संपत्ति मालिकों से आग्रह किया है कि वे समय रहते अपना विवरण पोर्टल पर अपलोड करें। साथ ही तकनीकी सहायता और मार्गदर्शन भी प्रदान किया जा रहा है ताकि कोई भी संपत्ति पंजीकरण से बाहर न रहे।
राज्यभर में वक्फ संपत्तियों के पंजीकरण की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुँच चुकी है, और अब केवल अंतिम दिन तक तेज़ी से कार्य करके ही यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि अधिकतम संपत्तियां पोर्टल पर पंजीकृत हों।