बीएलओ पर मतदाता प्रपत्र अपडेट के नाम पर अवैध वसूली का आरोप, वीडियो वायरल होने से मचा हड़कंप
बिहार के गया जिले के मानपुर प्रखंड से लोकतंत्र की जड़ों को हिला देने वाली एक गंभीर और शर्मनाक घटना सामने आई है। यहां तैनात एक बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) पर मतदाता सूची में नाम जुड़वाने या संशोधित करवाने के नाम पर अवैध वसूली करने का आरोप लगा है। यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद क्षेत्र में भारी आक्रोश फैल गया है।
कैमरे में कैद हुआ भ्रष्टाचार
वायरल वीडियो में बीएलओ एक व्यक्ति से मतदाता पहचान पत्र में नाम जोड़ने या अपडेट करने के एवज में नकद राशि लेते हुए साफ नजर आ रहा है। वीडियो में पीड़ित युवक उसे बार-बार समझाने की कोशिश करता दिख रहा है कि यह प्रक्रिया निःशुल्क है, लेकिन बीएलओ अपने रौब में वसूली करता नजर आता है।
जनता में आक्रोश, प्रशासन हरकत में
वीडियो वायरल होने के तुरंत बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया। लोगों ने मतदाता सूची की पारदर्शिता पर सवाल उठाते हुए संबंधित बीएलओ पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। विरोध को देखते हुए मानपुर बीडीओ और एसडीओ ने तत्काल संज्ञान लिया और मामले की जांच के आदेश दिए।
प्रशासन का बयान
मानपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने मीडिया से बात करते हुए कहा:
"हमने वीडियो का संज्ञान लिया है। प्राथमिक जांच में वीडियो प्रमाणिक प्रतीत हो रहा है। संबंधित बीएलओ को कारण बताओ नोटिस जारी कर निलंबन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।"
चुनाव आयोग की प्रतिष्ठा पर सवाल
यह घटना उस वक्त सामने आई है जब राज्य में वोटर लिस्ट के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान चल रहा है। ऐसे समय में बीएलओ जैसे जिम्मेदार पद पर बैठे कर्मचारी द्वारा घूसखोरी से न केवल जनता का विश्वास टूटता है, बल्कि चुनाव आयोग की निष्पक्षता और पारदर्शिता पर भी सवाल खड़े होते हैं।
विपक्ष और सामाजिक संगठनों का विरोध
घटना के सामने आने के बाद विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने प्रशासन और निर्वाचन आयोग को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने पूरे जिले के बीएलओ की कार्यशैली की समीक्षा और स्वतंत्र जांच की मांग की है।