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गोंडा में भिड़े बीजेपी विधायक और ब्लॉक प्रमुख समर्थक, हिंसक झड़प में चले पत्थर...GST धन्यवाद सभा में हंगामा

 

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के दो गुटों के बीच मंगलवार को एक कार्यक्रम के दौरान हिंसक झड़प हो गई। यह घटना कटरा बाजार ब्लॉक में आयोजित एक 'जीएसटी धन्यवाद कार्यक्रम' के दौरान हुई, जिसमें स्थानीय विधायक और ब्लॉक प्रमुख के समर्थक आपस में भिड़ गए। इस दौरान जमकर ईंट-पत्थर चले, कुर्सियां तोड़ी गईं और हाथापाई हुई, जिसमें आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। पुलिस और वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया और शांति बहाल की। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिस पर समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी तंज कसा है।

विधायक और ब्लॉक प्रमुख के समर्थकों में झड़प

यह झड़प कटरा बाजार से बीजेपी विधायक बावन सिंह और कटरा बाजार की ब्लॉक प्रमुख जुगरानी शुक्ला के समर्थकों के बीच हुई। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच लंबे समय से राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता चल रही है। कार्यक्रम में विधायक बावन सिंह अपने बेटे गौरव सिंह के साथ मौजूद थे, जबकि ब्लॉक प्रमुख जुगरानी शुक्ला अपने पति भवानी भीख शुक्ला और अपने बेटों के साथ पहुंची थीं। पुलिस के अनुसार, विवाद की शुरुआत नारेबाजी से हुई, जो जल्द ही पथराव और मारपीट में बदल गई। इस हिंसक झड़प में विधायक पक्ष के आलोक सिंह, अतुल सिंह और कमल ठाकुर के साथ ही ब्लॉक प्रमुख के बेटे भगवान शुक्ला और शिव भगवान घायल हो गए।

पुलिस को तुरंत सूचना दी गई और कटरा बाजार, कौड़िया और करनैलगंज थानों की पुलिस के साथ-साथ वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने लाठियों का प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया और स्थिति को नियंत्रण में लिया। कई लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। गोंडा के एसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि कस्बे में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।

राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता का नतीजा

पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने पुष्टि की कि इस झड़प का मुख्य कारण विधायक और ब्लॉक प्रमुख के बीच चल रही पुरानी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता है। विधायक बावन सिंह ने आरोप लगाया कि कार्यक्रम से पहले ब्लॉक प्रमुख के प्रतिनिधि ने हॉल में ताला लगा दिया था। डीएम के हस्तक्षेप के बाद ही ताला खोला गया, लेकिन जैसे ही वह अपने समर्थकों के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, ब्लॉक प्रमुख के लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी और पथराव भी किया। विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि 2022 के चुनाव में उन्हें हराने की कोशिश की गई थी और इस घटना को अराजकता का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि वह कार्यकर्ताओं को न्याय दिलाने के लिए मुख्यमंत्री से मिलेंगे।

दूसरी ओर, इस घटना पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बीजेपी पर कटाक्ष किया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को लेकर उन्होंने सत्ताधारी पार्टी की आंतरिक कलह पर तंज कसा है। इस घटना ने एक बार फिर बीजेपी की आंतरिक गुटबाजी को उजागर कर दिया है, खासकर ऐसे समय में जब पार्टी 2024 के लोकसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी है।

जांच और शांति बहाली के प्रयास

जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन और एसपी विनीत जायसवाल ने घटनास्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया और दोनों पक्षों से बातचीत कर शांति बनाए रखने की अपील की। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एसपी ने बताया कि घटना में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह घटना बीजेपी के लिए एक शर्मिंदगी का कारण बन गई है और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को इस मामले में हस्तक्षेप कर दोनों गुटों के बीच शांति स्थापित करने की जरूरत होगी। फिलहाल, कस्बे में शांति व्यवस्था है लेकिन तनाव बना हुआ है।