बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सीएम नीतीश कुमार का बड़ा ऐलान, आशा और ममता कार्यकर्ताओं के मानदेय में बढ़ोतरी
बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं और इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक के बाद एक बड़ी घोषणाएं कर रहे हैं। अब उन्होंने राज्य की आशा और ममता कार्यकर्ताओं के लिए बड़ी राहत की खबर दी है। बुधवार सुबह सीएम नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर यह जानकारी दी कि सरकार ने दोनों वर्गों के मानदेय में वृद्धि करने का निर्णय लिया है।
यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब राज्यभर में चुनावी हलचल तेज है और सभी राजनीतिक दलों का ध्यान जमीनी कार्यकर्ताओं और समाज के सेवा क्षेत्रों पर केंद्रित है। आशा और ममता कार्यकर्ता लंबे समय से अपने मानदेय बढ़ोतरी की मांग कर रही थीं। ऐसे में यह फैसला सीधे तौर पर लाखों महिलाओं को लाभ पहुंचाने वाला माना जा रहा है।
सीएम नीतीश का पोस्ट
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा—
"हमारी सरकार जनसेवा में समर्पित आशा और ममता कार्यकर्ताओं के योगदान को सम्मान देती है। उनके मानदेय में वृद्धि की गई है, ताकि वे और अधिक उत्साह के साथ अपनी भूमिका निभा सकें।"
हालांकि, पोस्ट में नई मानदेय राशि का विवरण नहीं दिया गया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, आशा कार्यकर्ताओं को अब प्रति माह 2,000 रुपये अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, जबकि ममता कार्यकर्ताओं के मानदेय में 1,500 रुपये प्रति माह की बढ़ोतरी की गई है।
राजनीतिक संकेत भी साफ
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस कदम के पीछे स्पष्ट रूप से चुनावी रणनीति भी है। आशा और ममता कार्यकर्ता न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ हैं, बल्कि ग्रामीण इलाकों में इनकी सामाजिक पकड़ भी मजबूत होती है। इस वर्ग को साधने से सरकार को चुनावी फायदा मिल सकता है।
कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर
मानदेय बढ़ोतरी की खबर से स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं के बीच खुशी का माहौल है। पटना, गया, भागलपुर और दरभंगा जैसे जिलों में कार्यरत कई आशा और ममता कार्यकर्ताओं ने इसे “बहुत जरूरी और समय पर मिला सम्मान” बताया है। कई कार्यकर्ताओं ने यह भी कहा कि वे लंबे समय से इसके लिए आंदोलनरत थीं और अब सरकार ने उनकी बात सुनी है।