उत्तर प्रदेश में छांगुर बाबा के धर्मांतरण रैकेट की बड़ी खुलासे, युवाओं को ब्रेनवाश करने के लिए चलाता था एलईडी शो
उत्तर प्रदेश में छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन द्वारा संचालित अवैध धर्मांतरण रैकेट की कई सनसनीखेज जानकारियां सामने आई हैं। जांच में पता चला है कि छांगुर बाबा युवाओं को ब्रेनवाश करने के लिए कई तरह की तरकीबें अपनाता था, जिनमें एक खास तरीका था अपनी कोठी में बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाकर वीडियो दिखाना।
तीन घंटे का एलईडी शो कर युवाओं को उकसाना
सूत्रों के मुताबिक, छांगुर बाबा ने अपनी कोठी में तीन घंटे का एक वीडियो शो चलाने के लिए एलईडी स्क्रीन लगाई थी, जिसमें कट्टरपंथी मौलानाओं के वीडियो दिखाए जाते थे। इन वीडियो के माध्यम से युवाओं को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाया जाता था।
साल 2023 में जब जांच एजेंसियों ने इस पर नजर रखनी शुरू की, तो छांगुर ने एलईडी स्क्रीन को हटा दिया था, ताकि उसकी गतिविधियां छुपी रह सकें। लेकिन पहले से इकट्ठा की गई जानकारियों ने इस रैकेट की गहराई को उजागर कर दिया।
जाकिर नाईक के वीडियो भी दिखाता था
जांच में यह भी पता चला है कि छांगुर बाबा युवाओं को जाकिर नाईक के वीडियो भी दिखाता था। जाकिर नाईक, जिन पर कट्टरपंथ फैलाने के आरोप हैं, उनके वीडियो के जरिए युवाओं को धार्मिक दृष्टिकोण से प्रभावित किया जाता था।
धर्मांतरण का मास्टरमाइंड
अधिकारियों का मानना है कि छांगुर बाबा इस तरह के ब्रेनवाशिंग से युवाओं को अपनी जाल में फंसाता था और उन्हें जबरन धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करता था। यह रैकेट उत्तर प्रदेश के कई जिलों में फैला हुआ था और कई लोगों को इसका शिकार बनाया गया।
प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई शुरू की
उत्तर प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए छांगुर बाबा और उसके साथियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। धार्मिक सद्भाव को बनाए रखने और अवैध धर्मांतरण रोकने के लिए कई जिलों में विशेष जांच अभियान चलाए जा रहे हैं।