अलीगढ़ में विवाहेतर संबंध बन रहे ‘सुहाग’ के कातिल, 15 महिलाएं जेल में; पुलिस ने उठाया निगरानी का नया कदम
विवाहेतर प्रेम संबंधों (एक्स्ट्रा मैरिटल रिलेशन) से जुड़े अपराधों का सिलसिला अलीगढ़ जिले में चिंता का विषय बनता जा रहा है। हाल ही में गंगीरी के बाद अब बरला क्षेत्र में भी ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जिसमें एक विवाहिता ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी। पुलिस की जांच में चौंकाने वाली बात यह सामने आई है कि वर्तमान में अलीगढ़ जेल में ऐसी 15 महिलाएं बंद हैं, जो अपने प्रेमियों के साथ मिलकर पतियों की हत्या के आरोप में निरुद्ध हैं।
विवाहेतर संबंधों का बढ़ता अपराध ग्राफ
समाज में रिश्तों की पवित्रता को कलंकित करने वाले इन मामलों में अधिकतर घटनाएं अवैध संबंधों और आपसी अविश्वास से उपजी हैं। ताजा घटना में आरोपी महिला बीना ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या की, जिसने पुलिस और समाज को एक बार फिर झकझोर दिया है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ऐसी घटनाएं अब अपवाद नहीं रहीं, बल्कि लगातार सामने आ रही हैं, जो पारिवारिक ताने-बाने को तोड़ने के साथ-साथ समाज में अपराध की प्रवृत्ति को भी बढ़ावा दे रही हैं।
पुलिस की बढ़ती चिंता, उठाया अनोखा कदम
इन बढ़ती घटनाओं को देखते हुए अलीगढ़ पुलिस ने विवाहेतर संबंधों से जुड़े विवादों को लेकर एक विशेष रजिस्टर तैयार करने का निर्णय लिया है। इस रजिस्टर में ऐसे दंपत्तियों या परिवारों की जानकारी दर्ज की जाएगी, जहां पर रिश्तों में तनाव या प्रेम-प्रसंग की आशंका हो सकती है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस रजिस्टर के जरिए न केवल विवादों की सूची बनाई जाएगी, बल्कि उनकी निगरानी और समय से निस्तारण के लिए भी प्रयास किए जाएंगे। यह पहल जिले में अपनी तरह की पहली कोशिश मानी जा रही है।
सिर्फ कानून नहीं, समाज को भी करना होगा आत्ममंथन
विशेषज्ञों का मानना है कि विवाहेतर संबंधों से उपजे अपराध केवल कानूनी ही नहीं, बल्कि सामाजिक और मानसिक चुनौती भी हैं। बदलती जीवनशैली, डिजिटल माध्यमों का दुरुपयोग और भावनात्मक असंतुलन ऐसे मामलों को जन्म दे रहे हैं। पुलिस की निगरानी एक स्तर तक असरदार हो सकती है, लेकिन समाज और परिवारों को भी अपनी भूमिका निभानी होगी।