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आगरा में धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़, दो सगी बहनों को चंगुल से कराया गया मुक्त

 

उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से एक सनसनीखेज धर्मांतरण का मामला सामने आया है, जिसने प्रशासन और समाज दोनों को चौंका कर रख दिया है। यहां एक धर्मांतरण गिरोह के चंगुल में फंसी दो सगी बहनों को मुक्त कराया गया है। पुलिस और खुफिया एजेंसियों की संयुक्त कार्रवाई के बाद दोनों बहनों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और अब उनकी काउंसलिंग की जा रही है।

काउंसलिंग में हुए चौंकाने वाले खुलासे

दोनों बहनों की काउंसलिंग के दौरान जो तथ्य सामने आए, वे बेहद चौंकाने वाले हैं। काउंसलर टीम के मुताबिक, बड़ी बहन की तुलना में छोटी बहन धर्म के प्रति अधिक कट्टर हो चुकी है। बताया जा रहा है कि उसने खुद को ‘मुजाहिदा’ (धार्मिक योद्धा) के रूप में देखने का संकल्प लिया है और इसी रास्ते पर आगे बढ़ने की जिद पर अड़ी हुई है।

छोटी बहन की कट्टर सोच और व्यवहार को देखते हुए काउंसलर उसकी मानसिक स्थिति और प्रभावित सोच की गहराई से जांच कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह पूरी प्रक्रिया बेहद संवेदनशील है, और किसी भी तरह की जल्दबाज़ी से मानसिक संतुलन पर विपरीत असर पड़ सकता है।

कैसे हुआ गिरोह का खुलासा

पुलिस को कुछ समय से इस गिरोह की गतिविधियों की जानकारी मिल रही थी। जांच में पता चला कि यह गिरोह कमजोर मानसिक स्थिति या घरेलू परेशानियों से जूझ रही युवतियों को निशाना बनाता था। उन्हें पहले भावनात्मक रूप से अपने प्रभाव में लेते और फिर धीरे-धीरे उनके विचार बदलकर उन्हें धर्मांतरण की ओर ले जाते थे।

सूत्रों के मुताबिक, इस गिरोह की जड़ें आगरा के अलावा अन्य शहरों तक फैली हो सकती हैं। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में शामिल कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है। गिरोह के प्रमुख सदस्यों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास भी तेज़ कर दिए गए हैं।

प्रशासन और खुफिया एजेंसियां सतर्क

इस घटना के बाद प्रशासन और खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। राज्य सरकार ने सभी जिलों को सतर्क रहने और ऐसे मामलों पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। यूपी पुलिस की स्पेशल टीम इस मामले की तह तक जाने के लिए लगातार निगरानी और जांच में जुटी हुई है।

समाज में चिंता और बहस

धर्मांतरण से जुड़ा यह मामला आगरा समेत पूरे राज्य में चर्चा का विषय बन गया है। लोगों के बीच यह सवाल उठ रहा है कि आखिर किस प्रकार से युवाओं को मानसिक रूप से प्रभावित किया जा रहा है। सामाजिक संगठनों और जागरूक नागरिकों ने सरकार से मांग की है कि ऐसे गिरोहों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और धर्मांतरण जैसी गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगाई जाए।

फिलहाल दोनों बहनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और उन्हें चिकित्सकीय व मानसिक सलाह के जरिए सामान्य जीवन की ओर लौटाने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस पूरे रैकेट का खुलासा किया जाएगा।