धर्म परिवर्तन कराने के आरोपी जलालुद्दीन की अवैध कोठी पर कार्रवाई तेज, तहसील प्रशासन ने जारी किए बेदखली के नोटिस
हिंदू परिवारों का धर्म परिवर्तन कराने के आरोपी जलालुद्दीन उर्फ छांगुर की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। अब उसके खिलाफ भूमि अतिक्रमण और अवैध निर्माण के मामले में भी प्रशासन ने सख्त रुख अपना लिया है। उतरौला तहसील प्रशासन ने उसकी मधपुर स्थित आलीशान कोठी को अवैध घोषित करते हुए दो बेदखली नोटिस जारी किए हैं।
सात दिन में निर्माण हटाने का अल्टीमेटम
तहसीलदार उतरौला की ओर से सोमवार को जारी नोटिस में कहा गया है कि जलालुद्दीन द्वारा बनाया गया भव्य मकान (कोठी) सरकारी भूमि पर अवैध तरीके से निर्मित किया गया है। प्रशासन ने उसे सात दिनों के भीतर स्वयं निर्माण हटाने का निर्देश दिया है, अन्यथा प्रशासन द्वारा बलपूर्वक ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी।
पहले भी जारी हो चुके हैं नोटिस
प्रशासन की ओर से जलालुद्दीन को पहले भी 17 मई और 26 मई को दो बार नोटिस जारी किए जा चुके हैं, लेकिन उसने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। अब तीसरी बार कड़ा रुख अपनाते हुए सख्ती से चेतावनी दी गई है कि यदि निर्धारित समयसीमा के भीतर कार्रवाई नहीं होती है, तो संपत्ति को जब्त या ध्वस्त कर दिया जाएगा।
धर्मांतरण का मामला पहले से गरम
जलालुद्दीन पहले ही हिंदू परिवारों के कथित धर्म परिवर्तन कराने के आरोपों को लेकर चर्चाओं में है। उसके खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के गंभीर आरोप हैं। अब जब उसके आलीशान मकान की वैधता पर भी सवाल खड़े हुए हैं, तो प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाते हुए कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
स्थानीय प्रशासन सतर्क
तहसील प्रशासन ने मधपुर स्थित इलाके में राजस्व और पुलिस टीमों को निगरानी के लिए लगाया है, ताकि जलालुद्दीन द्वारा कोई गड़बड़ी या अवैध गतिविधि फिर से न की जा सके। साथ ही यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि निर्माण हटाने की कार्रवाई के दौरान शांति और कानून व्यवस्था बनी रहे।
लोगों में कार्रवाई को लेकर संतोष
स्थानीय निवासियों ने प्रशासन की इस पहल का स्वागत किया है। लोगों का कहना है कि अगर यह कोठी वाकई सरकारी जमीन पर बनी है, तो इसे गिराना जरूरी है। साथ ही, आरोपी के खिलाफ धर्मांतरण जैसे गंभीर मामले में भी जल्द न्यायिक कार्रवाई की मांग की जा रही है।