देश की पहली नेवी महिला फाइटर पायलट बनी आस्था पूनिया, परिवार और गांव में खुशी की लहर
जिले के छोटे से गांव हिसावदा की बेटी आस्था पूनिया ने इतिहास रच दिया है। आस्था देश की पहली नेवी महिला फाइटर पायलट बन गई हैं। जैसे ही यह खबर गांव पहुंची, पूरे इलाके में गर्व और खुशी की लहर दौड़ गई। गांव के हर घर में मिठाइयां बंटीं और लोग एक-दूसरे को बधाई देने पहुंचे।
परिवार के लिए यह पल भावनाओं से भरा हुआ था। जैसे ही आस्था की उपलब्धि की जानकारी दादी रामबीरी को मिली, उन्होंने उसे देखकर माथा चूम लिया, जबकि दादा बुद्ध सिंह ने उसके सिर पर हाथ रखकर दुलार किया और कहा, "हमारी बेटी अब दुश्मनों के छक्के छुड़ा देगी।"
गांव वालों ने कहा - हमारी बेटी हीरा निकली
हिसावदा गांव में जश्न का माहौल था। ग्रामीणों ने आस्था पूनिया की सफलता पर गर्व जताते हुए कहा,
“हमारी बेटी ने न सिर्फ परिवार, बल्कि पूरे गांव का नाम रोशन कर दिया है। यह हीरा सच में देश की शान बन गई है।”
आस्था की सफलता से खासतौर पर बेटियों के माता-पिता उत्साहित नजर आए। उन्होंने कहा कि आस्था ने यह साबित कर दिया कि यदि बेटियों को सही अवसर और समर्थन मिले, तो वे किसी भी ऊंचाई को छू सकती हैं।
कठिन परिश्रम और समर्पण की मिसाल बनी आस्था
बताया जाता है कि आस्था बचपन से ही मेहनती और अनुशासित रही हैं। उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ फिजिकल फिटनेस और टेक्निकल ट्रेनिंग में भी शानदार प्रदर्शन किया। भारतीय नौसेना की कठिन प्रशिक्षण प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पार कर फाइटर पायलट बनना कोई आसान काम नहीं था, लेकिन आस्था ने यह कर दिखाया।
महिलाओं को प्रेरणा देने वाला कदम
आस्था पूनिया की यह ऐतिहासिक उपलब्धि देशभर की लड़कियों और महिलाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गई है। नौसेना जैसी चुनौतीपूर्ण और रणनीतिक संस्था में पहली महिला फाइटर पायलट बनकर उन्होंने यह साबित कर दिया कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं।