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टीआर डिग्री कॉलेज की छात्रा खून से लथपथ मिली, कॉलेज परिसर में मचा हड़कंप, परिजनों ने लगाया गंभीर आरोप

 

जिले के प्रतिष्ठित टीआर डिग्री कॉलेज में उस समय हड़कंप मच गया जब सोमवार को एक छात्रा खून से लथपथ हालत में कॉलेज परिसर में बेहोश पाई गई। घटना की जानकारी मिलते ही कॉलेज प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंची। छात्रा को तुरंत जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।

कॉलेज में मचा अफरा-तफरी

घटना की खबर फैलते ही कॉलेज परिसर में अफरा-तफरी मच गई। छात्र-छात्राएं और स्टाफ के लोग घटनास्थल पर एकत्र हो गए। पुलिस ने कॉलेज कैंपस को घेरकर छानबीन शुरू कर दी है।

परिजनों ने लगाया दुष्कर्म का प्रयास और हमले का आरोप

घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंचे छात्रा के परिजनों ने कॉलेज प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि उनकी बेटी के साथ दुष्कर्म की कोशिश की गई है और विरोध करने पर उस पर हमला कर घायल कर दिया गया। परिजनों ने कुछ छात्रों और कॉलेज से जुड़े लोगों पर भी संलिप्तता का शक जताया है।

पुलिस कर रही जांच, सीसीटीवी खंगाले जा रहे

मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्रा के बयान दर्ज करने की कोशिश की, लेकिन उसकी हालत नाजुक होने के कारण बयान नहीं लिया जा सका। पुलिस कॉलेज परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है ताकि यह पता चल सके कि छात्रा कॉलेज परिसर में किसके साथ थी और घटना कैसे हुई।

कॉलेज प्रशासन ने जताई अनभिज्ञता

वहीं कॉलेज प्रशासन का कहना है कि उन्हें इस घटना की जानकारी छात्रा के बेहोश पाए जाने के बाद मिली। कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि यह एक गंभीर घटना है और जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मेडिकल रिपोर्ट के बाद होगी सच्चाई स्पष्ट

पुलिस का कहना है कि छात्रा की मेडिकल जांच रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट रूप से कहा जा सकेगा कि यह मामला दुष्कर्म, हमला या आत्मघाती प्रयास से जुड़ा है। फिलहाल सभी पहलुओं से जांच की जा रही है।

जिला प्रशासन ने दिए जांच के निर्देश

जिला प्रशासन ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम और सीओ स्तर के अधिकारियों को जांच के निर्देश दिए हैं। प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि छात्रा को न्याय दिलाने में कोई कोताही नहीं बरती जाएगी।

यह मामला न केवल महाविद्यालयों में छात्राओं की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाता है, बल्कि समाज को यह सोचने पर भी मजबूर करता है कि शिक्षा के मंदिरों में बेटियां कितनी सुरक्षित हैं। अब देखना होगा कि जांच के बाद सच्चाई क्या सामने आती है और दोषियों को क्या सजा मिलती है।