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पहचान छिपाकर दुष्कर्म और धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने वाला आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने जांच के लिए तीन टीमें गठित कीं

 

शाहजहांपुर में एक युवती के साथ पहचान छिपाकर दुष्कर्म और धर्म परिवर्तन का दबाव बनाने के सनसनीखेज मामले में पुलिस ने आरोपी नावेद उर्फ कासिफ पठान को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने जांच को गहराई से करने के निर्देश दिए हैं। एसओजी, सर्विलांस सेल और थाना पुलिस की तीन संयुक्त टीमें आरोपी से जुड़ी हर कड़ी की जांच करेंगी।

आरोपी ने छिपाई थी असली पहचान

प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपी नावेद उर्फ कासिफ पठान ने हिंदू नाम बताकर युवती से दोस्ती की और फिर उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। बाद में युवती को उसकी असली पहचान का पता चला, जिसके बाद उसने इसका विरोध किया। आरोप है कि इसके बाद आरोपी ने युवती पर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाना शुरू कर दिया। इस पूरे प्रकरण की जानकारी मिलते ही पीड़िता ने हिम्मत दिखाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।

मोबाइल और सोशल मीडिया की गहराई से जांच

एसपी ने मामले की तह तक पहुंचने के लिए एसओजी और सर्विलांस टीम को विशेष जिम्मेदारी सौंपी है। जांच टीमें आरोपी के मोबाइल फोन, सोशल मीडिया अकाउंट और कॉल डिटेल्स की गहनता से जांच करेंगी। पुलिस को शक है कि आरोपी किसी गिरोह या नेटवर्क से भी जुड़ा हो सकता है, जो ऐसे मामलों में लड़कियों को फंसाने का काम करता है। आरोपी के मोबाइल में मिले आपत्तिजनक फोटो और वीडियो की भी जांच की जा रही है।

आरोपी के संपर्कों की भी होगी छानबीन

पुलिस सूत्रों के अनुसार, नावेद के संपर्क में और कौन-कौन लोग थे, इस बात की भी जांच की जा रही है। सर्विलांस टीम कॉल रिकॉर्डिंग, चैट हिस्ट्री और लोकेशन ट्रेसिंग जैसे तकनीकी माध्यमों का इस्तेमाल कर रही है, जिससे किसी भी प्रकार की साजिश या गिरोह के संचालन की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।

एसपी ने दिया सख्त कार्रवाई का भरोसा

एसपी ने स्पष्ट कहा है कि इस मामले में दोषी को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि पीड़िता की सुरक्षा और न्याय सुनिश्चित करने के लिए पुलिस पूरी गंभीरता और पारदर्शिता के साथ काम कर रही है। यदि जांच में कोई और व्यक्ति या संगठन संलिप्त पाया गया तो उनके खिलाफ भी सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

सामाजिक संगठनों ने की कठोर कार्रवाई की मांग

मामले को लेकर जिले के सामाजिक और महिला संगठनों ने भी नाराजगी जताई है और आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे मामलों में त्वरित न्याय प्रक्रिया अपनाई जाए और आरोपियों को उदाहरण स्वरूप दंडित किया जाए।