35 साल पहले बना मुस्लिम, बेटी की हिंदू से करायी शादी, कौन है धर्मांतरण रैकेट का मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान 'चचा'
उत्तर प्रदेश के आगरा में पुलिस ने एक बड़े अवैध धर्मांतरण गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के सरगना अब्दुल रहमान कुरैशी समेत करीब एक दर्जन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जांच में पता चला है कि यह गिरोह अब तक सैकड़ों लोगों का धर्मांतरण करा चुका है। इसके तार कई राज्यों तक फैले हुए हैं। वहीं, अब्दुल रहमान के बारे में पता चला है कि वह खुद एक धर्मांतरित मुसलमान है।
पुलिस के मुताबिक, धर्मांतरण गिरोह का सरगना अब्दुल रहमान कुरैशी हिंदू धर्म का पालन करता था। वह मूल रूप से फिरोजाबाद जिले का निवासी है। पहले उसका नाम महेंद्र पाल जादौन उर्फ पप्पू था। लेकिन 1990 में वह ईसाई बन गया। कुछ साल बाद उसने इस्लाम धर्म अपना लिया। फिर धर्मांतरण के काले खेल में शामिल हो गया। बताया जा रहा है कि अब्दुल रहमान की पत्नी और दोनों बेटों की पत्नियाँ भी धर्मांतरित मुसलमान हैं। वे भी पहले हिंदू थे।
हाल ही में अब्दुल रहमान उर्फ महेंद्र को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। अब्दुल रहमान को धर्मांतरित लोग 'चाचा रहमान' कहते थे। वह एक यूट्यूब चैनल चलाता था और अपने पॉडकास्ट के ज़रिए 'इस्लामी कट्टरवाद' और हिंदू धर्म के ख़िलाफ़ नफ़रत फैलाने वाला प्रचार करता था। साथ ही, वह अपने गिरोह के सदस्यों को हिंदू लड़कियों का धर्म परिवर्तन कराने की ट्रेनिंग भी देता था। उसका गिरोह सोशल मीडिया के ज़रिए हिंदू धार्मिक प्रतीकों का अपमान करता था और उन्हें 'बुतपरस्त' कहकर बदनाम करता था।
अब्दुल रहमान कुरैशी के बारे में जानें
बता दें कि अब्दुल रहमान फ़िरोज़ाबाद के रजावली गाँव रामगढ़ का रहने वाला है। लगभग 30 साल पहले वह गाँव से लापता हो गया था। महेंद्र के पिता प्रेमपाल जादौन ने गाँव वालों को बताया कि उनका बेटा मुंबई में रहता था। गाँव छोड़ने के बाद महेंद्र सिर्फ़ एक बार घर लौटा था। उसका घर और खेत सब बिक चुके हैं।
गाँव वालों के अनुसार, अब्दुल रहमान उर्फ़ महेंद्र के पिता का नाम प्रेमपाल जादौन था। प्रेमपाल के तीन बेटे थे। बड़े बेटे की शादी एक मुस्लिम महिला से हुई थी। मझले बेटे की हत्या कर दी गई और तीसरे बेटे का नाम पप्पू उर्फ़ महेंद्र था। बाद में महेंद्र सिंह जादौन ने भी धर्म परिवर्तन कर लिया और उसका नया नाम अब्दुल रहमान हो गया।
ग्रामीणों का कहना है कि सोमवार सुबह पुलिस मुँह पर कपड़ा बाँधे एक व्यक्ति को लेकर आई थी। वह महेंद्र उर्फ अब्दुल रहमान हो सकता है। क्योंकि, पुलिस प्रेमपाल सिंह के घर आई थी और वहाँ रहने वालों से जानकारी जुटाई थी। लोगों का कहना है कि मुँह पर कपड़ा बंधा होने के कारण वे उसे ठीक से पहचान नहीं पाए, लेकिन उन्हें इतना पता है कि महेंद्र ही पुलिस द्वारा लाया गया था।