एक साल में ही दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे की ख़राब होने लगी सड़क
Apr 30, 2024, 10:27 IST
अलवर न्यूज़ डेस्क !!! दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगे हैं. एक्सप्रेस-वे की सड़क एक साल में ही उखड़ने लगी है। दिल्ली से दौसा के बीच कई जगहों पर सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे हादसों का खतरा बढ़ गया है. आठ लेन वाले दिल्ली-मुंबई एक्सेस नियंत्रित ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे के दिल्ली-अलवर-दौसा-लालसोट खंड का उद्घाटन 12 फरवरी 2023 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था। लेकिन एक साल के अंदर ही अलवर के राजगढ़ और हरियाणा के नूंह इलाके में सड़क टूटने लगी है. हालांकि एनएचएआई ने इन दोनों जगहों पर सड़क की मरम्मत का काम शुरू कर दिया है, लेकिन एक साल के अंदर सड़क का क्षतिग्रस्त होना निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा करता है. केंद्र सरकार द्वारा 12 हजार 173 करोड़ रुपये की लागत से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का निर्माण कराया जा रहा है. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए जिम्मेदार है।
अब तक 100 से ज्यादा मौतें
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की अधिकतम गति सीमा 120 किमी प्रति घंटा है, लेकिन कमजोर निगरानी प्रणाली के कारण वाहन 150 से 200 किमी प्रति घंटे की तेज गति से चल रहे हैं, जिससे यह मौत का राजमार्ग बन गया है। करीब एक साल में यहां अलवर सीमा पर सड़क हादसों में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। अब सड़क जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो गई है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है।
एक्सप्रेसवे फैक्ट फाइल
कुल लम्बाई – 1382 किमी
कुल लागत- 12173 करोड़ रुपये
अलवर जिले में दूरी - 67 किमी
इंटरचेंज - शीतल और पिनान मैक्स
गति सीमा- 120 किमी प्रति घंटा
एक्सप्रेसवे की चौड़ाई- 8 लेन
निर्माण एजेंसी - एनएचएआई