मस्जिद के पास बुलडोजर एक्शन को लेकर इंस्पेक्टर ने चेताया था फिर भी नहीं माने, प्रदर्शनकारियों ने किया पथराव
जयपुर जिले के चौमूं कस्बे में बीते दिन हालात उस समय तनावपूर्ण हो गए, जब पुलिस की सख्त हिदायतों और शांति बनाए रखने की अपील के बावजूद प्रदर्शनकारियों ने उग्र रूप अपना लिया। चौमूं थानाधिकारी सतीश शर्मा द्वारा पहले से ही स्थिति को संभालने के प्रयास किए जा रहे थे, लेकिन इसके बावजूद प्रदर्शनकारियों ने पुलिस जाब्ते पर पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिससे कानून-व्यवस्था बिगड़ गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, किसी मुद्दे को लेकर क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन की स्थिति बनी हुई थी। हालात की गंभीरता को भांपते हुए थानाधिकारी सतीश शर्मा ने पहले ही मुस्लिम समाज के प्रबुद्ध और जिम्मेदार लोगों से बातचीत की थी। आपसी संवाद के बाद यह निर्णय लिया गया था कि शांति बनाए रखी जाएगी और किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान नहीं दिया जाएगा। पुलिस प्रशासन ने उम्मीद जताई थी कि बातचीत के बाद हालात सामान्य बने रहेंगे।
इसी कड़ी में थानाधिकारी सतीश शर्मा ने सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो संदेश भी साझा किया था। वीडियो में उन्होंने आमजन से अपील की थी कि वे अफवाहों से दूर रहें, किसी भी भड़काऊ संदेश पर विश्वास न करें और कानून को अपने हाथ में न लें। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी थी कि यदि कोई व्यक्ति शांति भंग करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
हालांकि, पुलिस की इस पहल और चेतावनी के बावजूद कुछ प्रदर्शनकारी उग्र हो गए। देखते ही देखते स्थिति बिगड़ने लगी और प्रदर्शनकारियों ने पुलिस जाब्ते पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। अचानक हुए पथराव से मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों को भी संभलने का मौका नहीं मिला। पथराव के कारण इलाके में दहशत का माहौल बन गया और आम लोगों में भी भय फैल गया।
स्थिति को अनियंत्रित होता देख पुलिस को मजबूरन ‘हल्का बल प्रयोग’ करना पड़ा। उपद्रवियों को तितर-बितर करने और हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके बाद प्रदर्शनकारियों में अफरा-तफरी मच गई और वे इधर-उधर भागने लगे। पुलिस ने इलाके में अतिरिक्त जाब्ता तैनात कर दिया और संवेदनशील क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उनकी प्राथमिकता शांति बनाए रखना है और किसी भी कीमत पर कानून-व्यवस्था को बिगड़ने नहीं दिया जाएगा। पथराव में शामिल असामाजिक तत्वों की पहचान की जा रही है और सीसीटीवी फुटेज व वीडियो के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
घटना के बाद क्षेत्र में फिलहाल स्थिति नियंत्रण में बताई जा रही है, लेकिन पुलिस प्रशासन सतर्क है। प्रशासन ने एक बार फिर आमजन से शांति बनाए रखने, अफवाहों से बचने और सहयोग करने की अपील की है। यह घटना एक बार फिर यह दर्शाती है कि संवाद के बावजूद जब कुछ तत्व कानून को हाथ में लेते हैं, तो पुलिस को सख्ती बरतनी पड़ती है।