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Alwar भिवाड़ी में बदमाशों का आतंक, बेकरी में घुसकर की दिनदहाड़े फायरिंग

 

राजस्थान न्यूज डेस्क।। भिवाड़ी के अलवर बाइपास पर स्थित हरीश बेकरी के बाहर बाइक सवार दो बदमाशों ने शुक्रवार को दिनदहाड़े हवाई फायरिंग कर दहशत फैला दी। फायरिंग से पूर्व बदमाश ग्राहक की तरह रेस्टोरेंट में दाखिल हुए, घूमे और फिर मैनेजर के सामने एक पर्ची पटककर तेजी से बाहर निकल गए। जब तक मैनेजर कुछ समझ पाता तब तक बदमाश अपनी बाइक के पास पहुंचकर फायरिंग कर निकल लिए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बदमाशों के संबंध में जानकारी जुटाने के लिए जब रेस्टोरेंट में लगे सीसीटीवी खंगाले तो पुलिस का दिमाग घूम गया। रेस्टोरेंट में लगे 40 सीसीटीवी कैमरों में से एक भी कैमरा चालू हालत में नहीं मिला। जिसके चलते मामले की शुरूआती स्टेज में ही पुलिस के हाथ कोई महत्वपूर्ण सुराग नहीं लग सका। हालांकि पुलिस ने इलाके में नाकाबंदी करा बदमाशों के पीछे पुलिसकर्मियों को भी दौड़ाया लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।

शहर के अलवर बाइपास पर स्थित हरीश बेकरी पर शुक्रवार सुबह करीब पौने 12 बजे फायरिंग की आवाज से दहशत फैल गई। हरीश बेकरी में दो युवक पहले ग्राहक की तरह दाखिल हुए। चंद सैकंड वो वहां घूमे और फिर मौका पाकर मैनेजर मनीष कुमार के सामने उसकी टेबल पर एक पर्ची पटककर तेजी से बाहर निकल गए। मनीष पर्ची पढ़कर उनके पीछे आया तब तक वो सड़क किनारे खड़ी बाइक तक पहुंच चुके थे और हवा में फायरिंग कर तेजी से भाग गए। बाइक पर पीछे बैठकर भागा काले रंग की शर्ट पहने बदमाश ने ही पर्ची पटकी और उसी ने ही फायरिंग की। मनीष ने अपने मोबाइल से उनका फोटो खींचने का भी प्रयास किया लेकिन दूरी अधिक होने के कारण उसमें कुछ साफ नजर नहीं आ रहा। घटना के वक्त रेस्टोरेंट के अंदर और बाहर बड़ी संख्या में कर्मचारियों के अलावा ग्राहक भी थे। लेकिन बदमाशों ने इतनी चतुराई से अपने काम को अंजाम दिया कि किसी को कोई भनक नहीं लगी। यहां तक कि बेकरी के गेट पर खड़े दो सुरक्षा गार्ड भी पूरे घटनाक्रम से अनभिज्ञ रहे। मामले की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। जिस पर भिवाड़ी एएसपी नाजिम अली खान, सीओ देवेन्द्र सिंह, फूलबाग थाना प्रभारी बालाराम चौधरी, यूआईटी थाना प्रभारी रतनसिंह, भिवाड़ी मोड़ चौकी प्रभारी रमाशंकर मौके पर पहुंचे। इलाके में नाकाबंदी कराई गई, कुछ पुलिसकर्मियों को भी संभावित इलाकों की तरफ दौड़ाया भी गया लेकिन बदमाशों के संबंध में कोई प्रारंभिक जानकारी नहीं होने के कारण पुलिस का यह प्रयास असफल साबित हुआ। घटना के संबंध में फूलबाग थाने में बेकरी के प्रबंधक मनीष कुमार ने मामला दर्ज कराया है।

एक माह की शांति के बाद फिर शुरू हुआ खेल : कई माह की शांति के बाद भिवाड़ी में फरवरी माह से रंगदारी वसूलने के मामले सामने आने लगे थे। फरवरी में परचून व कपड़ा दुकानदार से रंगदारी वसूलने के बाद तीसरा मामला मार्च माह में गौरव पथ स्थित बीकानेर मिष्ठान भंडार पर सामने आया था। फरवरी के दोनों मामलों में भोंड़सी जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर विनोद नंगलिया ने फोन से धमकी देकर गुर्गों से रंगदारी वसूल कराई थी। बाद में इस मामले के आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया था। मार्च में बीकानेर मिष्ठान भंडार के मालिक को फोन पर 12 घंटे में 20 लाख रुपए तैयार रखने की धमकी दी गई थी। इसमें भी भोंड़सी जेल में बंद गज्जू व अलवर जेल में बंद चरणा के नाम सामने आए थे। बाद में पुलिस ने जब चरणा को गिरफ्तार किया तो उसने पूरा मामला उगल दिया था। इन तीनों मामलों में भी बदमाशों ने जेल में बैठकर अपने गुर्गों के मार्फत वसूली की कवायद की थी। भोंड़सी जेल में बंद बदमाशों से पहले भी मोबाइल पकड़े जाते रहे हैं। लोकसभा चुनावों में एक माह की शांति के बाद बदमाशों ने फिर से रंगदारी वसूलने के लिए धमकी देने का खेल शुरू कर दिया है।

बदमाशों की ओर से रंगदारी के लिए दिए गए पर्चे में लिखा है कि हमें 30 लाख रुपए चाहिए, 10 दिन के अंदर वरना अंजाम बुरा होगा। रेवाड़ी कोर्ट या भोंड़सी जेल आकर मिल। इसके नीचे दो नाम लिखे हैं। जिनमें से एक दीपक यदुवंशी है तो दूसरा सचिन उर्फ कच्छू धारूहेड़ा है। पुलिस इन नामों के आधार पर बदमाशों के लिंक तलाशने की कोशिश में है। भास्कर की पड़ताल में सामने आया कि जिन दो बदमाशों के नाम पर्ची में हैं वो धारूहेड़ा इलाके में सक्रिय रहे हैं। बताया गया है कि धारूहेड़ा के खरखड़ा गांव में वर्ष 2017 में दोनों बदमाशों ने अपने साथियों के साथ मिलकर एक युवक की हत्या की थी। जिस मामले में दोनों फिलहाल भोंड़सी जेल में बंद हैं। भिवाड़ी में फरवरी व मार्च माह में सामने आए रंगदारी के तीन मामलों की तरह इस मामले में भी जेल में बैठे बदमाशों द्वारा अपने गुर्गों के मार्फत बेकरी मालिक से रंगदारी वसूलने की यह कोशिश हो सकती है। पर्चे में लिखे गए दोनों बदमाशों के नाम के आधार पर पुलिस की एक टीम को भोंड़सी जेल भी भेजा गया है।