राजस्थान में टैक्स चोरी के मामले बढ़े, अजमेर में 50 से 100 करोड़ के घोटाले का खुलासा
राजस्थान में टैक्स चोरी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, जो सरकार के राजस्व संग्रहण के लिए चुनौती बने हुए हैं। साल 2024 के दिसंबर में राजधानी जयपुर में डायरेक्टोरेट जनरल जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 10 करोड़ रुपये के टैक्स घोटाले का पर्दाफाश किया था। उस कार्रवाई के दौरान DGGI की टीम ने 4 करोड़ रुपये से अधिक के नकद जब्त किए थे, जिससे राज्य में टैक्स चोरी के खिलाफ सख्त रुख साफ हुआ।
अब इस कड़ी में अजमेर से एक और बड़ा मामला सामने आया है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, अजमेर में 50 से 100 करोड़ रुपये के बीच का फर्जीवाड़ा टैक्स चोरी के जरिए किया गया है। इस मामले में सरकार को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है क्योंकि करोड़ों रुपये के टैक्स का यह घोटाला सीधे सरकारी खजाने को प्रभावित करता है।
DGGI की टीम ने अजमेर में छापेमारी के दौरान कई ऐसे दस्तावेज और प्रमाण जुटाए हैं, जो इस बड़े फर्जीवाड़े की गहराई को उजागर करते हैं। टीम ने कई व्यापारिक संस्थानों और कंपनियों के रिकॉर्ड को जब्त कर जांच में जुटी है। बताया जा रहा है कि इस घोटाले में कई लोग और कंपनियां मिलीभगत से टैक्स चोरी कर रही थीं, जिससे सरकारी राजस्व को नुकसान पहुंचा।
राजस्थान सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और टैक्स चोरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई का एलान किया है। वित्त विभाग और DGGI दोनों मिलकर ऐसे मामलों की जांच तेज कर रहे हैं ताकि राज्य में वित्तीय अनुशासन कायम रहे और टैक्स चोरी पर अंकुश लगाया जा सके।
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे बड़े घोटाले न केवल सरकार की आय में कमी करते हैं बल्कि व्यापारिक प्रतिस्पर्धा को भी प्रभावित करते हैं। इससे ईमानदार व्यापारियों का नुकसान होता है जो अपने टैक्स का समय पर भुगतान करते हैं।
सरकार ने जनता से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध टैक्स चोरी की जानकारी संबंधित विभाग को दें ताकि ऐसे मामलों पर शीघ्र कार्रवाई हो सके। साथ ही सरकार ने डिजिटल लेनदेन और जीएसटी निगरानी को और भी मजबूत करने का भरोसा दिया है।
अजमेर में हुए इस बड़े टैक्स चोरी के मामले से यह स्पष्ट होता है कि टैक्स विभाग और जांच एजेंसियों को और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। यह मामला आगामी दिनों में राजस्व विभाग की जांच और प्रशासनिक कार्रवाई का प्रमुख केंद्र बनेगा।
कुल मिलाकर, राजस्थान में टैक्स चोरी के खिलाफ यह कार्रवाई एक सकारात्मक कदम है, जो राज्य की आर्थिक सुरक्षा और वित्तीय व्यवस्था को सुदृढ़ करने में मदद करेगी। सरकार की इस दिशा में निरंतर प्रयास जारी रहने की उम्मीद है ताकि टैक्स चोरी जैसी कालेधन की प्रवृत्ति को पूरी तरह से रोका जा सके।