×

बूंदी में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, JCB से गर्भवती को पहुंचाया गया अस्पताल

 

जिले में भारी बारिश और बाढ़ जैसे हालातों ने जनजीवन को पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है। लगातार हो रही बारिश के कारण कनक सागर तालाब ओवरफ्लो हो गया है, जिससे आसपास के इलाकों में पानी भर गया है और सड़कें जलमग्न हो गई हैं। इस आपदा ने आमजन के साथ-साथ आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं को भी गंभीर रूप से प्रभावित किया है।

बारिश के चलते जिले के दुगारी क्षेत्र में हालात काफी बिगड़ गए हैं। लोगों को अपने घरों से निकलना मुश्किल हो गया है और सामान्य आवागमन लगभग ठप हो गया है। इस विषम परिस्थिति में एक गर्भवती महिला को अस्पताल पहुंचाना एक बड़ी चुनौती बन गया। समय पर इलाज मिल सके, इसके लिए प्रशासन और परिजनों को असामान्य कदम उठाने पड़े।

JCB बनी जीवन रक्षक

बारिश और जलभराव के कारण सड़क मार्ग पूरी तरह से बंद हो चुका था, ऐसे में महिला को किसी एंबुलेंस या अन्य वाहन से अस्पताल ले जाना संभव नहीं था। ऐसे समय में एक जेसीबी मशीन को बुलाया गया और गर्भवती महिला को उसमें बैठाकर अस्पताल पहुंचाया गया। महिला के साथ उसके परिजन और स्वास्थ्यकर्मी भी जेसीबी में मौजूद थे। करीब 1 किलोमीटर तक इस अस्थायी एंबुलेंस के सहारे रास्ता तय कर महिला को सुरक्षित अस्पताल पहुंचाया गया।

स्थानीय लोगों और स्वास्थ्यकर्मियों की तत्परता ने एक संभावित संकट को टाल दिया। यह घटना इस बात का उदाहरण है कि आपदा के समय सीमित संसाधनों में भी समाधान निकाला जा सकता है, बशर्ते इच्छाशक्ति और तत्परता हो।

प्रशासन की परीक्षा

बूंदी जिले में आई इस आपदा ने प्रशासन के इंतजामों की भी पोल खोल दी है। ग्रामीण क्षेत्रों में भारी बारिश से सड़कें टूट गई हैं और नालियों का पानी सड़कों पर बह रहा है। कनक सागर तालाब का पानी ओवरफ्लो होकर रिहायशी इलाकों में घुस गया है, जिससे कई घरों और दुकानों में पानी भर गया है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन की ओर से समय रहते कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए, जिससे हालात बिगड़ते चले गए। वहीं, जिला प्रशासन का कहना है कि राहत और बचाव कार्य तेज़ी से चलाए जा रहे हैं और प्रभावित इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।