अगर जीना है राजा-महाराजाओं जैसा जीवन तो राजस्थान के इन विरासती होटलों में जरूर ठहरें, वीडियो में जानिए क्या है इनकी खासियत
राजस्थान, भारत का सबसे बड़ा राज्य, सिर्फ रेगिस्तान और किलों के लिए ही नहीं बल्कि अपनी शाही मेहमाननवाज़ी और राजसी होटलों के लिए भी दुनियाभर में मशहूर है। यहां के महलनुमा होटल्स न केवल लक्ज़री का अनुभव कराते हैं बल्कि मेहमानों को इतिहास, परंपरा और विरासत से भी जोड़ते हैं। आइए जानते हैं राजस्थान के कुछ चुनिंदा टॉप होटलों के बारे में, जो शाही ठाट-बाट के साथ-साथ अनोखी विरासत और वास्तुशिल्प सौंदर्य के लिए जाने जाते हैं।
1. ताज लेक पैलेस, उदयपुर
उदयपुर की झील पिचोला के बीचोंबीच स्थित यह होटल असल में 1746 में निर्मित एक महल था, जिसे अब एक अल्ट्रा-लक्ज़री होटल में तब्दील कर दिया गया है। सफेद संगमरमर से बना यह होटल चारों ओर से पानी से घिरा हुआ है, जो इसे एक फ्लोटिंग पैलेस की तरह बनाता है। ताज लेक पैलेस में रॉयल सूट्स, जरी वर्क, हाथ से बनी पेंटिंग्स और शानदार फूड सर्विस इसे दुनिया के सबसे रोमांटिक होटलों में से एक बनाती हैं।
2. रामबाग पैलेस, जयपुर
एक समय जयपुर के महाराजा का निवास रहा रामबाग पैलेस आज ताज ग्रुप के अंतर्गत चलता है। यह होटल अपनी भव्यता और शानदार सेवा के लिए मशहूर है। 47 एकड़ में फैले इस पैलेस होटल में संगमरमर की नक्काशी, शाही गार्डन, और हाथियों की सवारी जैसे अनुभव पर्यटकों को शाही युग में ले जाते हैं। यह होटल एक परफेक्ट मिश्रण है राजपूत और मुगल वास्तुकला का।
3. उम्मेद भवन पैलेस, जोधपुर
1930 के दशक में बने उम्मेद भवन पैलेस को दुनिया के सबसे बड़े निजी आवासों में गिना जाता है। इसका एक भाग अभी भी जोधपुर के शाही परिवार का निवास है, जबकि बाकी हिस्सा ताज होटल्स द्वारा संचालित किया जाता है। पीले बलुआ पत्थर से बना यह पैलेस आर्ट डेको स्टाइल और राजस्थान की परंपरा का अद्भुत मेल प्रस्तुत करता है। इसका म्यूजियम, शाही भोजन और हर कमरे की भव्यता इसे एक बेजोड़ अनुभव बनाती है।
4. सुवनगढ़ हवेली, बीकानेर
बीकानेर की यह ऐतिहासिक हवेली अब एक बुटीक होटल में तब्दील हो चुकी है, जहां आज भी पारंपरिक राजस्थानी संस्कृति जीवित है। रंगीन झरोखे, अंदरूनी आंगन, मयूर आकृति की पेंटिंग्स और लोक संगीत की प्रस्तुतियाँ इसे अनोखा बनाती हैं। यहाँ का होम-स्टे अनुभव आपको सीधे राजस्थानी खानदान की परंपराओं से जोड़ता है।
5. देवगढ़ महल, देवगढ़
उदयपुर और जोधपुर के बीच स्थित देवगढ़ महल एक पारंपरिक और कमर्शियल टच से दूर शाही अनुभव देने वाला होटल है। 17वीं सदी में बने इस महल में रहने का मतलब है – इतिहास को जीना। होटल के कमरे आज भी पारंपरिक शैली में सजाए गए हैं, जिसमें हाथ से बनी पेंटिंग्स, प्राचीन फर्नीचर और रॉयल आतिथ्य शामिल है।
6. रावला नवलगढ़, शेखावाटी
शेखावाटी क्षेत्र की यह हवेली अब एक हेरिटेज होटल में बदल दी गई है। यहाँ की दीवारों पर बनी पेंटिंग्स, चित्रकला और भित्तिचित्र पर्यटकों को सबसे अधिक आकर्षित करते हैं। रावला नवलगढ़ होटल उन लोगों के लिए एक आदर्श स्थान है जो राजस्थान की कला और संस्कृति को गहराई से समझना चाहते हैं।
7. सिक्स सेंसेज़ फोर्ट बरवाड़ा, रणथंभौर
हाल ही में चर्चा में आया यह होटल एक 700 साल पुराने किले को रेनोवेट कर बनाया गया है। इस होटल की खासियत इसकी आधुनिक सुविधाओं के साथ-साथ उसकी शाही भव्यता है। रणथंभौर टाइगर रिजर्व से नज़दीकी इसे वाइल्डलाइफ और लक्ज़री का परफेक्ट कॉम्बिनेशन बनाती है। यहाँ हाल ही में कई सेलिब्रिटी शादियाँ भी हो चुकी हैं।
राजस्थान की होटल संस्कृति की विशेषता
राजस्थान के इन होटलों की खासियत सिर्फ उनकी भव्यता ही नहीं, बल्कि वह ‘अतिथि देवो भव:’ की भावना है, जिससे यहां के हर होटल में मेहमानों को शाही मेहमान की तरह ट्रीट किया जाता है। पारंपरिक स्वागत, लोक संगीत, ऊँट की सवारी, और स्वादिष्ट राजस्थानी भोजन – ये सब अनुभव राजस्थान की विरासत को जीवंत बनाए रखते हैं।