राजस्थान में बदल गया स्कूलों का समय, हीटवेव से मचा है पूरे प्रदेश में हड़कंप
राजस्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने रविवार को एक बड़ी कार्रवाई करते हुए जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग (पीएचईडी) के अधीक्षण अभियंता (एसई) अशोक जांगिड़ के विभिन्न ठिकानों पर एक साथ छापे मारे। यह अभियान जयपुर, उदयपुर, अजमेर, टोंक, कोटपुतली और बांसवाड़ा सहित 6 जिलों में चलाया गया।
आय से 161% अधिक संपत्ति अर्जित की
एसीबी को खुफिया जानकारी मिली थी कि अशोक जांगिड़ ने अपनी कुल आय से 161 फीसदी अधिक संपत्ति अर्जित की है। इसके आधार पर यह तलाशी अभियान शुरू किया गया। जांच से पता चला कि जांगिड़ और उनके परिवार के सदस्यों के पास कुल 54 अचल संपत्तियां हैं, जिनमें कई मकान, दुकानें, फार्म हाउस, खनिज पट्टे और व्यावसायिक भूमि शामिल हैं।
जयपुर-उदयपुर से लेकर अजमेर और कोटपूतली तक फैली है संपत्ति
एसीबी की टीमों को जयपुर के वैशाली नगर, बनीपार्क और बिंदायका जैसे पॉश इलाकों में संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं। उनके बेटे निखिल जांगिड़ के नाम से उदयपुर, मालपुरा, अजमेर और कोटपूतली में खनिज पट्टों और उद्योगों में भारी निवेश के साक्ष्य मिले हैं।
यह राजस्थान में एसीबी की अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
एसीबी के अनुसार, जांच अभी जारी है और दस्तावेजों की गहराई से जांच की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि संपत्ति के अधिग्रहण के स्रोत और वैधता की जांच चल रही है। प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ यह कार्रवाई अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है और इससे सिस्टम में हड़कंप मच गया है।