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बांसवाड़ा के माही बजाज सागर बांध के खोले गए चार गेट, वीडियो में जाने क्या है बड़ी वजह 

 

बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क !!! बांसवाड़ा जिले की लाइफ लाइन और एक लाख हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई के लिए पानी देने वाला प्रदेश के बड़े बांधों में शुमार माही बजाज सागर बांध बांध लबालब हो गया है. पानी की आवक को देखते हुए बांध के 4 गेट खोलकर 25 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। गेट खोलने से एक घंटा पहले दोपहर 3 बजे सायरन बजाकर अलर्ट किया गया और शाम 4.26 बजे गेट खोल दिए गए।

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एईएन ने बताया कि गेट खोलने से पहले माही बांध के ऊपर बने माही माता मंदिर में पूजा-अर्चना की गई। हर बार कपाट खोलने से पहले माता का आशीर्वाद लिया जाता है।

सायरन की आवाज 5 किमी तक सुनाई दी

माही परियोजना के एक्सईएन प्रकाश चंद्र रैगर ने बताया कि बांध के गेट खोलने से पहले सायरन बजाना जरूरी है। माही बांध पर सायरन बज रहा है. दूसरा 60 किमी दूर बेणेश्वर के संगम पर और तीसरा 35 किमी दूर पीपलखूंट में है। सब कुछ बांध से ही नियंत्रित होता है। यहीं से सायरन के तीनों बटन दबाए गए। माही बांध पर पहला सायरन तीन बजे बजा। फिर दोपहर 3.30 बजे और फिर 3.45 बजे सायरन बजाया गया। अंतिम सायरन शाम 4.10 बजे बजाया गया। अन्य दो सायरन बेणेश्वर और पीपलखूंट क्षेत्र में नदी के किनारे लगे हैं। लोगों को सचेत करने के लिए सायरन बजाया जाता है। ताकि वे नदी के बहाव क्षेत्र से दूर चले जाएं. सायरन को 5 किमी क्षेत्र तक सुना जा सकता है.

बांसवाड़ा और उदयपुर संभाग के सबसे बड़े बांध बजाज सागर बांध का जलस्तर 280.40 आरएल मीटर तक पहुंच गया है. इसकी भराव क्षमता 281.50 आरएल मीटर है। बांध में बारिश के साथ मध्य प्रदेश से पानी की आवक जारी है। ये पानी छोड़ा जा रहा है. बांध में लगातार 1000 क्यूसेक पानी की आवक हो रही है. ऐसे में जल संसाधन विभाग, राजस्थान माही बांध परियोजना ने गेट खोलने का निर्णय लिया. प्रशासन की ओर से गेट खोलने को लेकर लोगों को अलर्ट कर दिया गया है. उन्हें नदी के पास न आने की चेतावनी दी गई है.

राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!!